हरियाणा में इस समय दो आईएएस अधिकारी काफी चर्चा का विषय बने हुए हैं. इन चर्चित आईएएस अधिकारियों का नाम संजीव वर्मा और अशोक खेमका हैं जिन्होंने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करते हुए मामला दर्ज कराया है. इस मामले में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज को भी आए थे, उन्होंने ही मंगलवार को खेमका के साथ पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर खेमका का मामला दर्ज कराया था. अब अनिल विज ने इस बात का खुलासा किया है कि आखिरकार वह अशोक खेमका के साथ एफआईआर दर्ज कराने क्यों पहुंचे थे.
अनिल विज ने इस मामले पर कहा कि उन्हें आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के साथ पंचकूला पुलिस स्टेशन इसलिए जाना पड़ा क्योंकि उन्हें एफआईआर दर्ज करने में समस्या आ रही थी. इसके साथ ही अनिल विज ने कहा कि इस मामले में मेरी दिलचस्पी इस हद तक सीमित है कि किसी विशिष्ट शिकायत पर किसी व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए. अशोक खेमका हरियाणा के चर्चित आइएएस अफसरों में हैं और खेमका के सेवाकाल में 50 से अधिक तबादले हो चुके हैं. अब जिस मामले में शिकायत हुई है वह पूरा मामला हरियाणा राज्य भंडारण निगम (एचएसडब्ल्यूसी) से जुड़ा हुआ है.
Haryana News: हरियाणा के आईएएस अशोक खेमका और संजीव वर्मा आए आमने-सामने, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
कुछ दिन पहले हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी संजीव वर्मा ने अशोक खेमका के खिलाफ पंचकूला पुलिस को शिकायत देकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे. इन पर आरोप था कि 12 साल पहले एचएसडब्ल्यूसी के एमडी पद पर रहते हुए खेमका ने दो अधिकारियों की नियुक्ति में अनियमितता बरती थी. इस शिकायत के बाद अशोक खेमका ने भी हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी संजीव वर्मा के खिलाफ पंचकूला पुलिस के डीसीपी मोहित हांडा को शिकायत दी थी.