Haryana News: गब्बर के नाम से चर्चित हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज अक्सर अपने जनता दरबार की वजह से चर्चाओं में रहते है. विज के जनता दरबार की चर्चा हरियाणा ही नहीं दूसरे राज्यों में भी रहती है. उसके कार्रवाई करने का अंदाज हो चाहे आन द स्पाट निर्णय लेने का अंदाज लोगों को खूब भाता है. लेकिन अब ये जनता दरबार नहीं लगेगा, ये फैसला खुद गृह मंत्री अनिल विज ने लिया है. तो आखिर जनता दरबार में आने वाले उन फरियादियों का क्या होगा जो इंसाफ की उम्मीद लेकर विज के दरबार में पहुंचते थे.
आखिर क्यों किया गया बंद?
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने खुद कहा है कि हर शनिवार को लगने वाला उनका जनता दरबार अब नहीं लगेगा. इसके पीछे की वजह बताते हुए विज ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हर जिले के अधिकारियों को रोजाना 2 घंटे लोगों की समस्याएं सुनने का आदेश दिया है. जिसका वो स्वागत करते है, उन्होंने कहा कि वो ऐसा खुद लंबे समय से चाहते थे, ऐसे में उनकी मंशा पूरी हो गई है. इसी वजह से अब वो हर शनिवार को जनता दरबार नहीं लगाएंगे. इसके अलावा वो अपने हल्के के लोगों की समस्याओं का निदान करते रहेंगे.
जनता दरबार लगती थी भारी भीड़
हर शनिवार को लगने वाले गृह मंत्री विज के जनता दरबार में लोगों की भारी भीड़ जुटती थी. इस दरबार में पुलिस विभाग से लेकर अन्य विभागों तक की शिकायतें आती थी. अगर कही कोई अधिकारी या पुलिस किसी आम जनता की सुनती थी तो वो फरियाद लेकर विज के दरबार में पहुंच जाते थे. इन जनता दरबारों के माध्यम से विज से बहुत से लोगों की समस्याओं को हल किया है. यही नहीं जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया गया है. वही आपको बता दें कि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अभी हाल ही के दिनों में सभी जिलों के डीसी, एसपी समेत फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए है वो सुबह 11 बजे से लेकर 2 बजे तक लोगों की समस्याएं सुनेंगे.
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