Sonipat News: हरियाण (Haryana News) के सोनीपत स्थित छोटू राम धर्मशाला में शुक्रवार को किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिये हैं. किसानों का कहना है कि सरकार अगर उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. किसान नेताओं ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना भी साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के साथ ठीक व्यवहार नहीं कर रही है.
जमीन का चार गुना मुआवजा दे सरकार
किसान नेताओं ने कहा कि केएमपी के साथ साथ बनने वाले नये रेलवे कॉरिडोर के लिए किसानों की जमीन ली जा रही है. अगर कलेक्ट्रेट से इसका चार गुना मुआवजा नहीं मिला तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. इस दौरान किसान नेताओं ने आईएमटी खरखोदा के लिए किये गये जमीन अधिग्रहण पर भी निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए.
पांच फरवरी को करेंगे महापंचायत
इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार का सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा केवल ढकोसला है. सरकार विकास में किसानों को नहीं शामिल कर रही है. इस दौरान किसान नेताओं ने आगामी पांच फरवरी को पिपरी टोल पर महापंचायत करने का भी ऐलान किया. उन्होंने बताया कि इस महापंचायत में खाप पंचायतों के प्रधानों के साथ-साथ किसान नेता भी शामिल होंगे.
रेलवे कॉरिडोर के लिए किसानों ने नहीं उठाया मुआवजा
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि आईएमटी में किसानों की जमीन की कीमत लाखों में लगायी गयी. जबकि, सरकार ने उसी जमीन को कंपनियों के हाथों करोड़ों के भाव में बेचा. यह किसानों के साथ सरासर नाइंसाफी है. उन्होंने कहा कि अभी तक रेलवे कॉरिडोर के लिए किसी भी किसान ने मुआवजा नहीं उठाया है.
महापंचायत में लिये जाएंगे बड़े फैसले
किसान नेताओं ने कहा कि पांच फरवरी को होने वाली महापंचायत में कई बड़े फैसले लिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि विधानसभा में विपक्ष के विधायक भी किसानों की मांगों के मुद्दे को जोर शोर से उठाएंगे. हम सरकार को ऐसे ही नहीं बख्शने वाले. किसानों की जमीन जाएगी तो उसका उचित मुआवजा सरकार को देना ही होगा.
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