Kisan Mahapanchayat Will Held In Sonipat: दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों को लेकर किसान 13 महीने के आसपास तक आंदोलन करते रहे. किसान आंदोलन के चलते सरकार ने किसानों की कृषि कानून वापस लेने वाली मांग तो मान ली, लेकिन एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की मांग के साथ-साथ किसानों की कई ऐसी मांगे हैं, जो सरकार के पास लंबित हैं. वहीं समय बीतने के साथ ही अब किसानों की लिस्ट में उनकी कई मांगे और जुड़ गई हैं.


10 सितंबर को सोनीपत के गोहाना में किसान महापंचायत
यही नहीं अपनी मांगों को लेकर ही एक बार फिर किसान सरकार के खिलाफ हुंकार भरने की तैयारी कर रहे हैं. दरअसल किसान 10 सितंबर को गोहाना की नई अनाज मंडी में एक महापंचायत करने वाले हैं. संयुक्त किसान मोर्चा अगैर राजनीतिक के तले 10 सितंबर को सोनीपत के गोहाना में किसान महापंचायत आयोजित करेंगे. इतना ही नहीं महापंचायत को सफल बनाने के लिए किसान और खाप नेता लगातार गांवों में कर जनसंपर्क अभियान रहे हैं. अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर किसान गोहाना स्तिथ नई अनाज मंडी में जुटेंगे.


 किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने क्या कहा
महापंचायत से पहले किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का बड़ा बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि हमारी लंबित मांगों को जल्द से जल्द सरकार पूरा करे. अन्यथा आगामी चुनाव में वोट की चोट से सरकार को सबक  सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जो वादे सरकार की  ओर से किए किए गए थे, उन वादों  को पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार नूंह हिंसा की निष्पक्ष जांच करवाए. एक देश एक चुनाव से पहले सरकार किसान के लिए एक देश एक कर्ज माफी कानून लेकर आए. साथ ही उन्होंने सरकार से नूंह हिंसा की निष्पक्ष जांच  करवाने की भी मांग की.


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