Haryana News: हरियाणा के नूंह (Nuh) जिले के तावडू उपमंडल के अंतर्गत गांव कोटा-सराय सीमा पर स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में शेरपा बैठक में विदेशी मेहमान मेवाती संस्कृति से सीधे रूबरू होंगे. यहां पर हरियाणा राज्य राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से एक स्टॉल लगाई जाएगी, जिसमें मेवात की संस्कृति की कलाकृतियों की रूपरेखा विदेशी मेहमानों को दिखाई जाएगी. जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, जी-20 शिखर सम्मेलन की चौथी शेरपा बैठक में मेवाती संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी.


इनमें विशेष तौर पर मेवाती महिलाओं द्वारा बनाई जाने वाली चंगेरी, गुदड़ी घरों में सजावट का सामान, फर्श पर बिछाई जाने वाली कॉटन दरी, मिट्टी के बने बर्तन, गमला और कुछ मेवात में बनाए जाने वाले चमड़े के बैग व बेल्ट सहित करीब एक दर्जन विशेष आइटमों की एक विशेष स्टाल होटल के अंदर प्रमुख भवन के बाहर लगाई गई हैं. सभी विदेशी मेहमानों को दिखाने के लिए एक विशेष स्टाल स्थापित किए जाएगे, जहां पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कर्मचारी विदेशी मेहमानों को इन सामग्रियों के बारे में विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध कराएंगे. इच्छुक मेहमान पसंद आने पर इसकी खरीदारी भी कर सकते हैं.


कैसे बनती है चंगेरी? 
चंगेरी मेवात की महिलाओं की एक अनोखी कला है. चंगेरी के बारे में आपको बता दें कि, देशी गेहूं 306 किस्म की नाली को अलग-अलग कलर में रंगा जाता है और उसके बाद नाली के सहारे से मेवात की महिलाएं सदियों से चंदेरी बनाती आ रही हैं. अधिकतर महिलाएं अनपढ़ हैं, लेकिन उनकी कला हमेशा से दुनिया भर में सुर्खियां बटोरती रही है. मेवात की अनपढ़ महिलाएं इन चंगेरी में किसी भी व्यक्ति का नाम तक लिख देती हैं. कई प्रकार के डिजाइन से इसे तैयार किया जाता है. सबसे खास बात यह है कि इसमें रखी जाने वाली रोटी (चपाती) खराब नहीं होती. देशी गेंहू की नाली लंबी व चमकदार होती है, इसलिए महिलाएं इसी का इस्तेमाल चंगेरी बनाने में करती हैं.


क्या है गुदड़ी?
गुदड़ी चारपाई पर बिछाने के काम आती है. इसे भी मेवाती महिलाएं सदियों से बनाती आ रही हैं. मेवाती गुदड़ी में नए कपड़े का कम प्रयोग किया जाता है. इसे पुराने अलग रंग-बिरंगे कपड़ों से बनाया जाता है. इसमें भी सुई-धागे का इस्तेमाल मेवाती महिलाएं करती हैं और इसके अलावा सिलाई मशीन से भी कपड़ों की सिलाई की जाती है. इन गुदड़ी पर सोने का आनंद ही अलग आता है. कुल मिलाकर अब इन रंग - बिरंगी चंगेरी में गुदड़ी से विदेशी मेहमान भी अवगत होंगे, बल्कि इसकी खासियत उन्हें पसंद आई तो इसे खरीद कर भी ले जा सकते हैं.


मेवात की इमेज में भी होगा इजाफा 
नूंह हिंसा में मेव व मेवात काफी बदनाम हुआ है. नूंह हिंसा के तुरंत बाद आईटीसी ग्रैंड भारत होटल गांव सराय में जी-20 सम्मेलन होने जा रहा है. जिसमें 20 देश से अधिक के राजनीतिक भाग ले रहे हैं. इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा उनकी कैबिनेट के तमाम मंत्री व क्षेत्रीय सांसद राव इंद्रजीत सिंह सहित कई बड़े चेहरे भाग लेंगे. मेवात की पिछले करीब 1 महीने में नूंह हिंसा के कारण जो बदनामी देश व दुनिया भर में हुई है. अब उस बदनामी को जी-20 के कामयाब सम्मेलन के बाद काफी हद तक धोने की पूरी तैयारी है.
 
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