Haryana Nayab Singh Saini Take Oath: हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी में मतभेद के बाद उठे तूफान से मंगलवार (12 मार्च) को प्रदेश की सियासी फिजा बदल गई. मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री का चेहरा भी बदल गया. बीजेपी आलाकमान ने मुख्यमंत्री पद के लिए नायब सिंह सैनी को सबसे काबिल समझा और सत्ता की कमान उन्हें सौंप दी. नायब सिंह सैनी ने जहां मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली तो वहीं, उनके साथ प्रदेश के 5 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली.


हरियाणा में मंगलवार को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के महज कुछ घंटे बाद ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर कमान संभाल ली. सैनी के साथ बीजेपी के 4 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ. इसके साथ ही एक निर्दलीय विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. 


सैनी के साथ 5 मंत्रियों ने ली शपथ


ओबीसी समुदाय में अच्छी खासी पकड़ रखने वाले नेता नायब सिंह सैनी (54) को चंडीगढ़ में राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शपथ दिलाई. बीजेपी के 4 और एक निर्दलीय विधायक को मंत्री बनाया गया. बीजेपी के विधायक कंवर पाल, मूलचंद शर्मा, जय प्रकाश दलाल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इसके अलावा बीजेपी के बनवारी लाल और एक निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला ने भी मंत्री पद की शपथ ली. ये पांचों निवर्तमान खट्टर मंत्रिमंडल में मंत्री थे. 


हरियाणा में कौन-कौन बने मंत्री



  • बीजेपी विधायक कंवर पाल ने मंत्री पद की शपथ ली

  • बीजेपी विधायक मूलचंद शर्मा मंत्री बने

  • बीजेपी विधायक जय प्रकाश दलाल भी मंत्री बने

  • बीजेपी के बनवारी लाल ने भी मंत्री पद की शपथ ली

  • निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला मंत्री बने


BJP ने 5 मंत्रियों से कैसे साधा जातीय समीकरण?


हरियाणा में शपथ लेने वाले विधायकों में से दो - जेपी दलाल (लोहारू क्षेत्र) और रणजीत चौटाला (रानिया) - जाट समुदाय से आते हैं. मूलचंद शर्मा (बल्लभगढ़) एक ब्राह्मण चेहरा हैं. वहीं, कंवर पाल (जगाधरी) गुज्जर समुदाय से जबकि बनवारी लाल (बावल) दलित समुदाय से आते हैं. नायब सिंह सैनी पहली खट्टर सरकार में मंत्री थे. 2019 में विधायक रहते हुए उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. सैनी ओबीसी का अहम चेहरा माने जाते हैं. सैनी प्रदेश में करीब 8 फीसदी ओबीसी समुदाय पर मजबूत पकड़ रखते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि अब मनोहर लाल खट्टर करनाल से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे.


मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सैनी ने क्या कहा?


रियाणा में मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालने और अपने मंत्रिमंडल की बैठक करने के बाद नायब सिंह सैनी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमने राज्यपाल से बुधवार (13 मार्च) को विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह किया है, जब हम सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. जब सैनी से पूछा गया कि सरकार के समर्थन में कितने विधायक हैं तो उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन का पत्र दिया है.


लोकसभा चुनाव से पहले बदला सीएम का चेहरा


लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले बीजेपी ने हरियाणा में मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया है. मुख्यमंत्री के रूप में खट्टर का दूसरा कार्यकाल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के साथ खत्म होना था. इससे पहले दिन में, जब पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों की एक टीम चंडीगढ़ पहुंची तो खट्टर और बीजेपी नीत मंत्रिपरिषद के सभी 13 अन्य सदस्यों ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. हरियाणा में यह फेरबदल सत्तारूढ़ बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के टूटने के बीच किया गया है, हालांकि दोनों पार्टियों के नेताओं ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है. जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम थे और खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार में उनकी पार्टी के दो अन्य मंत्री थे.


बहरहाल हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 41, जेजेपी के 10 विधायक हैं. सत्तारूढ़ दल को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं. इंडियन नेशनल लोकदल और हरियाणा लोकहित पार्टी का एक-एक विधायक हैं.


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