Haryana News: CM पद से इस्तीफा देने को लेकर मनोहर लाल खट्टर का खुलासा, 'मैंने एक साल पहले ही...'
Haryana News: हरियाणा के मौजूदा सियासी हाल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने इस्तीफे और नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर बड़ा खुलासा किया है. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा है.
Haryana Politics: लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में सियासी घमासान का दौर शुरू हो गया है. सत्तारूढ़ बीजेपी को झटका देते हुए तीन निर्दलीय विधायकों ने हरियाणा में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया. वहीं इस बीच बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उनकी जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि उनकी जगह नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला अचानक नहीं लिया गया था और उन्होंने एक साल से अधिक समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सुझाव दिया था. खट्टर ने कहा कि कांग्रेस नेता हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर झूठ फैला रहे हैं, हकीकत तो यह है कि जब मैं आठ-साढ़े आठ साल तक मुख्यमंत्री रहा, तब मैंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा था कि किसी भी व्यक्ति को वह अपनी मर्जी से कमान किसी को सौंप दे तो उनके लिए इससे ज्यादा खुशी की बात कुछ और नहीं हो सकती.
पूर्व सीएम खट्टर ने कहा, ''मैंने एक साल से भी पहले उनसे अपने बारे में यह बात कही थी, वहीं उन्होंने (पीएम मोदी) इस साल जनवरी में मुझसे कहा कि क्या मैंने जो कहा था उस पर मैं कायम हूं, जिस पर मैंने हां में जवाब दिया."
हरियाणा में सत्ता परिवर्तन की वजह बनने वाली घटनाक्रम पर रौशनी डालते हुए खट्टर ने कहा कि 11 मार्च को गुरुग्राम में एक कार्यक्रम था जिसमें प्रधानमंत्री मोदी आए थे. उस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कुछ पुरानी यादें साझा की और कहा कि वह और मैं कई साल पहले एक साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर रोहतक और गुरुग्राम के बीच यात्रा करते थे और ये सड़कें ऐसी नहीं थीं जैसी आज हैं और बहुत विकास किया गया है.
मनोहर लाल खट्टर ने आगे बताया कि पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि मनोहर लाल और हम तो साथ हैं, आज आपका भविष्य भी साथ है. पीएम मोदी ने नायब सिंह सैनी के बारे में संकेत दे दिया था, जिसके बाद मुझे लगा कि आलाकमान मेरे एक साल पहले दिए गए सुझाव से संतुष्ट हो गया है और आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद मैंने 11 मार्च की शाम को चंडीगढ़ में कैबिनेट की बैठक बुलाई और 12 मार्च की सुबह सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. अगले दिन पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई गई, जिसमें नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री चुन लिया गया.
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