Haryana News: हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में ‘सेप्टिक टैंक’ में पाइप बिछाने उतरे चार लोगों की जहरीली गैस से मौके पर ही मौत हो गई है. हादसे की सूचना प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद शवों को बाहर निकलवाया गया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया. वहीं अब मामले की जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है कि चारों की मौत जहरीली गैस के कारण दम घुटने से हुई है.
‘सेप्टिक टैंक’ में पाइप लगाते समय हुआ हादसा
बहादुरगढ़ के जाखोदा गांव के दीपक नाम एक व्यक्ति ने अपना घर प्रवासी लोगों को रहने के लिए किराए पर दिया हुआ है. दीपक ने मंगलवार सुबह मकान में बने सेप्टिक टैंक की सफाई कराई थी. इसके बाद उसे सेप्टिक टैंक के अंदर पाइप ड़लवाने थे तो एक राजमिस्त्री और दो मजदूरों को बुलाया. राजमिस्त्री महेन्द्र सेप्टिक टैंक के अंदर पाइप डालने के लिए नीचे उतरा तो सेप्टिक टैंक की सफाई अच्छी तरह नहीं होने की वजह से उसके अंदर गैस बची हुई गैस से वो वहीं बेहोश होकर गिर गया. महेन्द्र को बचाने के लिए जैसे ही दीपक नीचे उतरा वो भी वहा बेहोश हो गया. अब इन दोनों को बचाने के लिए मजदूर कुलदीप और देशराज भी सेप्टिक टैंक में उतर गए तो वो भी वहां बेहोश होकर गिर गए.
चारों लोगों की मौके पर ही हुई मौत
आसपास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी डीएसपी अरविंद दहिया, एसडीएम और पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद चारों को ‘सेप्टिक टैंक’ से बाहर निकाला गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उनकी पहले ही मौत हो चुकी है. जिन चार लोगों की मौत हुई है उनमें मकान मालिक दीपक, राजमिस्त्री महेन्द्र, मजदूर कुलदीप और देशराज शामिल है. बहादुरगढ़ के आसौदा थाने के एसएचओ जसवीर ने बताया, “राजमिस्त्री के बेहोश होने पर दूसरा व्यक्ति उसे देखने अंदर गया, लेकिन बाहर नहीं आया। दो मजदूर (एक उत्तर प्रदेश और दूसरा मध्य प्रदेश से) जिन्होंने मदद करने की कोशिश की, वे भी बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई.
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