Haryana News: हरियाणा की साइबर सिटी गुरुग्राम स्वच्छता में टॉप 10 में आने की होड़ में लगा है. लेकिन शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है. नगर निगम की लापरवाही के कारण ही जगह-जगह कूड़े के ढेर अब पहाड़ की शक्ल लेते जा रहे हैं. गुरुग्राम नगर निगम आम जनता से तो स्वच्छता की उम्मीद रखता है, लेकिन खुद स्वच्छता रखने में कहीं आसपास भी नजर नहीं आता. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि गुरुग्राम शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. नगर निगम गुरुग्राम के द्वारा स्वच्छता के नाम पर मिलेनियम सिटी में सिर्फ खानापूर्ति हो रही है.
शिकायत के बाद भी सुध नहीं ले रहा नगर निगम
नगर निगम गुरुग्राम की सिर्फ फाइलों में ही शहर की सफाई व्यवस्था चालू है. बाकी शहर में जगह-जगह सड़क के किनारे कूड़ा पड़ा हुआ है. गुरुग्राम के नगर निगम एरिया में आने वाला गांव वजीराबाद जो चारों और से पॉश इलाके डीएलएफ से घिरा हुआ है. यहां के लोग नगर निगम को टैक्स देने के बावजूद भी गंदगी में रहने को मजबूर हैं. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार नगर निगम को दी, लेकिन नगर निगम के कान पर जूं तक नहीं रेंगती. वजीराबाद गांव के संदीप यादव, राजीव यादव, दिनेश कुमार, धर्म सिंह यादव, जगत यादव, धर्मवीर, पवन, जगदीश, मामचंद, रामानंद ने बताया की वजीराबाद गांव में चारों तरफ गंदगी फैली पड़ी है.
हादसों के शिकार हो चुके है कई लोग
सड़कों पर पड़ी इस गंदी को गाय खा रही है. गंदगी के कारण यहां पर गायों का भी ताता लगा रहता है जिसकी वजह से कई बार यहां वाहनों के एक्सीडेंट भी हो गए हैं. क्योंकि गाय यहां पर इकट्ठा हो जाती है और कई बार रोड पर चल रहे वाहनों को टक्कर मार देती है. जिसकी वजह से कई लोगों को चोट भी लग चुकी है. जिसकी शिकायत कई बार ग्रामीणों ने नगर निगम गुरुग्राम को दी है लेकिन शिकायत देने के बाद भी नगर निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है.
सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है
गुरुग्राम नगर निगम सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही कर रहा है। यहां जगह-जगह पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. गंदगी कम होने की बजाय फैलती ही जा रही है. नगर निगम द्वारा गंदगी उठाने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. स्वच्छता के दावे तो गुरुग्राम नगर निगम करता है, लेकिन हकीकत कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आती. वजीराबाद गांव के ही रहने वाले सूरजभान, बलराम, विजय यादव ने बताया कि सफाई के लिए नगर निगम बहुत लापरवाह है. कूड़ा उठाने के लिए कहीं सक्रियता नजर नहीं आती. गांव की गलियों में गंदा पानी बहता रहता है. पैदल निकलना दुभर हो गया है. गदंगी से उठने वाली बदबू से यहां के लोग परेशान हैं. लोगों का जीवन भी अब प्रभावित होने लगा है. गदंगी से बीमारियां पैदा होने का खतरा बढ़ गया है. ग्रामीणों ने कहा कि जिसे हम गौ माता कहते हैं, वह गाय गंदगी में मुंह मारती रहती है. गायों को गौशालाओं में ले जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
कूड़ा उठाने के लिए करोड़ों का दिया जाता है ठेका
वजीराबाद के रहने वाले भोलू यादव ने बताया कि गुरुग्राम नगर निगम करोड़ों रुपए का ठेका छोड़ने के बावजूद भी कूड़ा क्यों नहीं उठा पा रहा है. क्योंकि हर साल शहर से कूड़ा उठाने के लिए करोड़ों रुपए का ठेका छोड़ा जाता है जो हर वर्ष नगर निगम कूड़ा उठाने वाली कंपनी को अदा करता है लेकिन फिर भी शहर का ऐसा हाल क्यों है जगह-जगह कूड़े के देर क्यों लगे हुए हैं. शहर में सफाई का बुरा हाल है. अधिकारी कुछ सुन नहीं रहे. कुछ नहीं कर रहे. अधिकारी कभी फील्ड में जाकर भी नहीं देखते. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.
अधिकारी ने जल्द समाधान करने की बात कही
गुरुग्राम नगर निगम के कमिश्नर पीसी मीणा से जब यह बात पूछी गई तो उन्होंने सिर्फ एक ही बात कही कि इसका समाधान जल्द कर दिया जाएगा और वह खुद भी वहां जाकर मौके का मुआयना करेंगे. किसी भी अधिकारी से जब कोई सवाल पूछा जाता है तो उनका रहता या जवाब यही रहता है कि जल्द इसका समाधान कर दिया जाएगा अगर समाधान हर अधिकारी कर देता है तो फिर भी लोगों को इतना टैक्स देने के बाद भी समस्याएं क्यों आती है.