Haryana News: अक्टूबर में हुई बेमौसम बारिश की वजह से हरियाणा के किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है. हरियाणा सरकार (Haryana Govt.) ने हालांकि किसानों (Farmers) को बड़ी राहत देने का काम किया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने फसल मुआवजे को 12,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये करने का एलान किया है. इसके साथ ही इस राशि से कम के मुआवजे के स्लैब में 25 प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा भी की गई. 


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार देशभर में सबसे ज्यादा फसल मुआवजा (Crop Compensation) दे रही है. सीएम खट्टर ने किसानों से अपनी फसल का बीमा कराने का आह्वान किया. इससे पहले खट्टर सरकार ने घोषणा की थी कि दो एकड़ जमीन वाले किसान को फसल बीमा प्रीमियम नहीं देना होगा, जबकि पांच एकड़ वाले किसानों के लिए सरकार ने आधा प्रीमियम देने का फैसला किया है.


पांच एखड़ से अधिक जमीन वाले किसानों को हालांकि इसका फायदा नहीं मिलेगा. सरकार की ओर कहा गया है कि जिनके पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है, उन्हें फसल का बीमा खुद कराना होगा.


हरियाणा में सबसे ज्यादा है गन्ने का रेट


खट्टर ने कहा कि करनाल चीनी मिल की क्षमता बढ़ा दी गई है और करनाल और उसके आसपास के किसानों को अपना गन्ना कहीं और नहीं ले जाना पड़ेगा, क्योंकि जरूरत पड़ी तो मिल और चलेगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा में गन्ने का रेट देश में सबसे ज्यादा है और उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि गन्ने का रेट सबसे ऊंचा रहेगा.


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 11 सहकारी चीनी मिलें हैं. मिलों को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. मिलों में बिजली उत्पादन संयंत्र और इथेनॉल संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं.


Punjab Election 2022: कांग्रेस पार्टी को लगा तगड़ा झटका, AAP ज्वाइन करेंगे गुरदासपुर के बड़े नेता Raman Bahl