Palwal Crime: पति को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुछ लोगों ने एक महिला को किडनी (Kidney) दान करने को राजी कर लिया और उसका किडनी निकालकर एक मरीज को प्रतिरोपित कर दिया गया. पुलिस ने गुरुवार को इस घटना की जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, जब आरोपियों ने महिला के पति को कोई नौकरी नहीं दिलाई, तब उसे अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. महिला द्वारा इस संबंध में पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा से शिकायत किए जाने के बाद उन्होंने मामले की जांच एसीपी महेंद्र वर्मा को सौंपी है.
किडनी देने से मना किया तो दिया पति की नौकरी लगाने का झांसा
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, यह वारदात सौंहद होडल पलवल की रिंकी सौरोत के साथ हुई जो यहां पति के साथ बल्लभगढ़ में रहती हैं. प्रवक्ता के अनुसार, रिंकी ने पुलिस को बताया कि करीब दो साल पहले पति के फेसबुक अकाउंट पर किडनी दान करने की अपील का विज्ञापन देख कर उसने सहमति दे दी. शिकायतकर्ता ने कहा कि लेकिन जब कुछ लोगों ने उससे संपर्क किया तो उसने किडनी दान करने से मना कर दिया, फिर आरोपियों ने उसे उसके पति की सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और वह उसमें फंस गई.
केवल परिवार जन ही दान कर सकते हैं किडनी
पुलिस के अनुसार, रिंकी का किडनी दिल्ली के विनोद मंगोत्रा नाम के व्यक्ति को प्रतिरोपित किया जाना था और नियमानुसार परिवार का सदस्य ही किडनी दान कर सकता है. पुलिस के मुताबिक, ऐसे में आरोपियों ने विनोद की पत्नी अंबिका के नाम से रिंकी का फर्जी आधार कार्ड और शादी पंजीकरण सर्टिफिकेट बनवाया. आरोप है कि बाद में क्यूआरजी अस्पताल ने पिंकी का किडनी विनोद को प्रतिरोपित किया. महिला ने अस्पताल के कर्मियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वर्मा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और इसमें सच्चाई मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करके आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने क्षेत्र में किडनी प्रतिरोपण से जुड़ा रैकेट चलाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की आशंका जतायी.
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