Drinking Water Problem: Haryana में पानी से उल्टी-दस्त से लेकर कैंसर तक का खतरा, 14 हजार सैंपल हुए फेल तो सामने आई सच्चाई
Haryana News: जल जीवन मिशन ने हरियाणा में पानी के सैंपलों की जांच के दौरान बड़ा खुलासा किया है कि यहां कई जिलों का पानी ऐसा है कि उसे पीने से स्किन, लंग्स, किडनी और कैंसर की बीमारी का खतरा है.
Haryana News: हरियाणा से एक बड़ी हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. हरियाणा के पीने वाले पानी को लेकर जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) ने बड़ा खुलासा किया है. प्रदेश में लंबे समय से मिल रही है पीने के पानी (Drinking Water) की शिकायतों को लेकर 20 हजार 194 पानी के सैंपलों की जांच (water Samples Testing) की गई. इस दौरान 13,828 पानी के सैंपल जांच के दौरान फेल कर दिए गए. विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक अगर यही पानी पिया गया तो स्किन, लंग्स, किडनी और कैंसर का खतरा हो सकता है.
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी उठा था दूषित जल का मुद्दा
साल 2022 के दिसंबर में हुए शीतकालीन सत्र में भी विपक्ष द्वारा दूषित जल का मुद्दा उठाया गया था. जिसके बाद सवालों से घिरी सरकार के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया था कि सरकार ने एक समिति का गठन किया है. जो दूषित जल की एक रिपोर्ट बनाकर सरकार में पेश करेगी.
जल जीवन मिशन की टीम ने लिए थे 77 हजार सैंपल
जल जीवन मिशन की टीम ने पूरे हरियाणा में 77 हजार पानी के सैंपल वाटर सप्लाई पाइंट, सार्वजनिक और निजी जल निकायों से लिए थे. जिसमें से 20,194 नमूनों की जांच की गई थी. 8702 नमूनों की जांच में बैक्टिरियल कंटेमिनेशन (Bacterial Contamination) पाया गया है. वही 5,126 पानी के नमूनों में आर्सेनिक, मरकरी और यूरेनियम की अधिक मात्रा पाई गई है. इस बैक्टिरियल की वजह से सिरदर्द, बुखार,थकान उल्टी और ऐंठन जैसी बिमारियां आती है.
भिवानी जिले के पानी में सबसे अधिक समस्या
यह समस्या भिवानी (Bhiwani) जिले के पानी में सबसे ज्यादा आई है. भिवानी जिले के करीब 1921 नमूनों यह समस्या देखने को मिली है. इसके अलावा 18 जिले ऐसे भी है जिनका पानी लोहा और नाइट्रेट कंटेमिनेशन से प्रभावित पाया गया है.