Haryana News: हरियाणा के मंत्री और पूर्व हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को कहा कि केवल आरोल लगाने या FIR दर्ज करने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता है. बता दें कि संदीप सिंह अभी भी हरियाणा सरकार में मंत्री हैं और  मुद्रण और स्टेशनरी विभाग का प्रभार संभाल रहे हैं.


मेरे ऊपर लगे सभी आरोप निराधार- संदीप
बता दें कि पिछले हफ्ते राज्य के खेल विभाग की महिला कोच द्वारा लगाए गए कथित यौन शोषण के आरोपों के बाद एफआईआर दर्ज होने के बाद संदीप सिंह ने खेल मंत्रालय छोड़ दिया था. हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा था कि वह केवल नैतिक आधार पर ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि उन  पर लगे आरोप निराधार हैं.


'किसी को दोषी साबित करने के लिए पूरी जांच होती है'
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम खट्टर ने कहा कि संदीप सिंह अभी भी मंत्री हैं और उनके पास प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग का प्रभार है. सीएम ने कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद उनकी संदीप सिंह से बात नहीं हुईं, लेकिन उन्होंने उन्हें मैसेज किया था कि वे अपने मौजूदा विभाग का काम देखें.


जब उनसे सवाल किया गया कि विपक्ष सरकार पर संदीप सिंह को बचाने का आरोप लगा रहा है. इस पर सीएम ने कहा कि यदि सफाई देने का मतलब बचाव करना है तो मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता. मैंने पहले भी कहा था और अब फिर दोहरा रहा हूं कि खाली आरोप लगाने और एफआईआर दर्ज होने से कोई दोषी नहीं हो जाता. किसी को दोषी साबित करने की एक प्रक्रिया है और इसके लिए जांच होती है. सीएम ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. शिकायतकर्ता और आरोपी दोनों ने पुलिस में अपने बयान दिये हैं. अपनी कार्रवाई के आधार पर पुलिस कोर्ट में अपनी चार्जशीट दाखिल करेगी.


पुलिस ने संदीप से की 7 घंटे तक पूछताछ
बता दें कि महिला कोच से यौन शोषण मामले में रविवार को पुलिस ने संदीप सिंह से पूछताछ की थी. जहां उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत और निराधार बताया. संदीप सिंह से सेक्टर 26 पुलिस स्टेशन में लगभग 7 घंटों तक पूछताछ हुई.


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