Haryana Nuh Clash: नूंह में जहां से शुरू हुआ पथराव, अब वहीं चला बुलडोजर, 45 दुकानें जमींदोज, भारी हंगामा
Haryana Nuh Violence: नूंह में हिंसा की घटना के खिलाफ बुलडोजर एक्शन आज भी जारी है. जानकारी के मुताबिक इस समय 45 दुकानों को जमींदोज किया जा रहा है.
Punjab News: हरियाणा के नूंह में हिंसा की घटना के खिलाफ बुलडोजर एक्शन लगातार दूसरे दिन भी जारी है. जिस रोड से बृजमंडल यात्रा निकली थी, उसी सड़क पर मौजूद अवैध निर्माण पर बुलडोजर चल रहा है. इस वक्त वहां मौजूद 45 दुकानों को जमींदोज किया जा रहा है. इसी इलाके में पत्थरबाजी भी हुई थी. ये कार्रवाई आज शाम तक होनी है. बड़ी संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स के जवान मौजूद हैं.
जानकारी के मुताबिक नूंह में हिंसक घटना के बाद शनिवार को भी प्रशासन की ओर से बुलडोजर की कार्रवाई जारी है. आज 45 अवैध दुकानों को जमींदोज किया जा रहा है. इस समय मौके पर अफरातफरी का माहौल है. दुकानदार आज सुबह अपने-अपने शॉप से सामान खाली भी नहीं कर पाये थे कि बुलडोजर दस्ता दुकानों ढहाने के लिए पहुंच गया. सुरक्षा पहलू को ध्यान में रखते हुए भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान मौके पर तैनात हैं. एक तरफ दुकानदार जैसे तैसे अपने सामान को बचाने में जुटे हैं तो दूसरी तरफ बुलडोजर दस्ते द्वारा दुकानों को ध्वस्त करने का काम जारी है. डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर विनेश कुमार के मुताबिक आज 7 जगहों पर बुलडोजर की कार्रवाई होनी है. नूंह में जिन जगहों पर बुलडोजर कार्रवाई होनी है, उनमें पुन्हाना, नई गांव, सिंगार, बिसरू, डिडौली, पिनगवा, फिरोजपुर शामिल है.
नूंह में बुलडोजर कार्रवाई आज भी जारी
बता दें कि हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को सांप्रदायिक दंगा भड़कने के चार दिन बाद जिला प्रशासन ने तावड़ू कस्बे में सरकारी जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर बनाई गईं 250 झुग्गियों एवं अन्य अतिक्रमण को जमींदोज कर दिया था. गृह मंत्री अनिल विज ने इस बात के संकेत दिए थे कि ध्स्तीकरण नूंह हिंसा में शामिल लोगों के विरुद्ध कार्रवाई का हिस्सा हो सकता है, लेकिन प्रशासन ने इस बात से इनकार किया है. नूंह जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि बलुडोजन की कार्रवाई को हिंसा की घटना से कोई लेना-देना नहीं है.
सीएम के आदेश पर कार्रवाई
नूंह के डीसी प्रशांत पंवार का कहना है कि बुलडोजर कार्रवाई का हालिया हिंसा से कोई संबंध नहीं है. यहां पर इस बात का भी जिक्र कर दें कि शुक्रवार को ध्वस्त किए गए अधिकतर मकान नल्हर शिव मंदिर के रास्ते में थे, जहां बृजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी. अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध यह कार्रवाई सीएम मनोहर लाल के आदेश पर की जा रही है. इस अभियान के तहत नल्हर शिव मंदिर के पीछे वन विभाग की पांच एकड़ जमीन मुक्त कराई गई है. इसके अलावा, पुन्हाना में छह एकड़ वन भूमि, धोबी घाटी में एक एकड़ और नांगल मुबारिकपुर में दो एकड़ जमीन मुक्त कराई गई.
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