Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के बयान को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार उन्हें घेरने में लगी हुई हैं. कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Deepender Singh Hooda) ने भी सीएम खट्टर पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नूंह की घटना पर मुख्यमंत्री का ये बयान कि ‘प्रदेश में पुलिस बल की संख्या पर्याप्त नहीं है और हर व्यक्ति को सुरक्षा नहीं दी जा सकती’ बेहद गैर-जिम्मेदाराना है. यदि खट्टर साहब इस जिम्मेदारी को निभाने में असमर्थ हैं तो इस्तीफा दें और हमें कमान सौंपें.


‘हम दिखाएंगे की कैसे सुरक्षा दी जाती है’


दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आगे कहा कि सीएम खट्टर हमें कमान सौंपें, हम दिखाएंगे कि हर व्यक्ति को सुरक्षा कैसे दी जाती है. हुड्डा सरकार के 10 साल के कार्यकाल में हरियाणा में कभी कोई दंगा नहीं हुआ और कभी कानून व्यवस्था की व्यापक विफलता का कोई ऐसा उदाहारण देखने को नहीं मिला. खट्टर साहब के इस बयान से न केवल आम जनता का मनोबल टूटेगा अपितु अपराधियों के हौसले भी बढ़ेंगे. प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करना सरकार का पहला काम है.



सुरजेवाला ने बताया 'दंगाई टुलकिट'


वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम मोदी और सीएम मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मणिपुर से लेकर हरियाणा तक, नफरत और हिंसा की आग को देखते और सब कुछ जानते हुए भी प्रधानमंत्री मौन रहते हैं! और उनके मुख्यमंत्री "दंगाई टुलकिट" की साजिशों को 'मौन समर्थन' देते हैं! 'न्यू इंडिया' के 'कर्त्तव्यकाल इवेंट' में न प्रधानमंत्री अपना 'कर्तव्य' निभाते हैं, न भाजपाई मुख्यमंत्री अपना 'राजधर्म' निभाते हैं! जब सूबे के मुखिया मान चुके हैं कि 2.70 करोड़ हरियाणावासियों को सुरक्षा देने में असमर्थ हैं! तो पुलिस-प्रशासन के पीछे छुपने की बजाय, राजनीतिक नेतृत्व के दिवालियापन को स्वीकार करते हुए, खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी वाली भाजपा-जजपा सरकार को अब तुरंत कुर्सी छोड़ देनी चाहिए!


यह भी पढ़ें: Haryana Nuh Clash: 'BJP शासित राज्य में जान-माल की सुरक्षा खुद करें', सीएम खट्टर का बयान सुन आक्रमक हुई AAP