Haryana News: हरियाणा में सोमवार को हिंसा भड़कने के बाद कुछ उपद्रवियों ने नूंह जज की गाड़ी को चारो ओर से घेर लिया और उस पर पथराव करने लगे. इसी दौरान उन्होंने गाड़ी में आग लगा दी. जिस वक्त ये हमला हुआ तब एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (ACJM) अपनी तीन साल की बेटी और गनमैन के साथ कार के अंदर ही मौजूद थीं. सभी ने किसी तरह बस स्टैंड के वर्कशॉप में छिपकर अपनी जान बचाई.
दिल्ली-अलवर रोड पर हुआ हमला
बुधवार को नूंह कोर्ट में तैनात प्रोसेस सर्वर की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात उपद्रवियों पर मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस को शिकायत देते हुए टेक चंद ने बताया कि 31 जुलाई की दोपहर करीब एक बजे मैं और मेरी अधिकारी उनकी तीन साल की बेटी और गनमैन गाड़ी में सवार होकर मेडिकल कॉलेज नलहड दवा लेने के लिए गए थे. जब हम दवाई लेकर वापस आ रहे थे तो दिल्ली-अलवर रोड पर 100-150 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई, जिन्होंने अचानक पथराव और आगजनी शुरू कर दी.
अधिवक्ताओं ने मिलकर बचाई जज की जान
टेक चंद ने बताया कि देखते ही देखते एक पत्थर जज की गाड़ी के शीशे पर आ गिरा और गोलियां चलने लगीं. शिकायत में कहा कि हम अपनी जान बचाने के लिए पुराना बस स्टैंड के वर्कशॉप में छिप गए. बाद में न्यायालयों की अधिवक्ताओं की मदद से वहां से हम बाहर निकले. जब हम एक अगस्त को हमारी गाड़ी देखने गए तो जज साहब की गाड़ी पूरी तरह से जल चुकी थी. नूंह पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
अबतक 6 की मौत, 116 गिरफ्तार
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक बयान में बताया कि अबतक हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई है. जबकि घायलों का इलाज नूंह के नलहड़ और गुरुग्राम के मेदांता सहित विभिन्न अस्पतालों में कराया जा रहा है. सीएम ने बताया कि हिंसा करने के आरोप में पुलिस ने 116 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. सीएम ने साफ किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल सुरक्षा के लिहाज से केंद्र और राज्य की 50 कंपनियां तैनात की गई हैं.