Haryana Nuh Clash: 'जो भी नमाज पढ़ने आएगा हम उसे रोकेंगे', नूंह में हाई अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिसबल की तैनाती
Nuh Violence: नूंह की मस्जिदों में जहां आज जुमे की नमाज पढ़ने से मनाही की गई है. वहीं गुरुग्राम में खुले से नमाज पढ़ने से मना किया गया है. सभी मस्जिदों के बाहर पुलिस की सिक्योरिटी भी बढ़ाई गई है.
Haryana News: नूंह में बीते सोमवार को हुई हिंसा के बाद आज भी कर्फ्यू लगा हुआ है. इलाके के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मी नजर आ रहे है. इसी बीच नूंह के डीसी प्रशांत पंवार और पुलिस अधीक्षक ने मुस्लिम उलेमाओं को अपील की है कि घरों में ही नमाज पढ़ी जाए, मस्जिदों में ना जाया जाए. इसके अलावा गुरुग्राम में भी जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. एसीपी क्राइम वरूण दहिया की तरफ से खुले में नमाज ना पढ़ने की अपील की गई है. वहीं सभी मस्जिदों के बाहर पुलिस की सिक्योरिटी भी बढ़ाई गई है.
‘नमाज पढ़ने के लिए इकट्ठा होते हैं 4-5 हजार लोग’
नूंह की बड़ी जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि हमने पूरे इलाके के लोगों से अपील की है कि वो जुमा की नमाज अपनी गांव की मस्जिद या घरों में ही पढ़े, यहां बाजार में ना आए, उन्होंने कहा कि प्रशासन ने यही दरख्वास्त की थी, हम उनके साथ है. हमारे यहां 4 से 5 हजार लोग नमाज पढ़ने के लिए इकट्ठा होते हैं जोकि आज नहीं होंगे. लेकिन जो भी नमाज पढ़ने आएगा हम उसे रोकेंगे. अमन शांति के साथ नमाज पढ़ेंगे जो भी आएंगे. हमारा खुतबा अमन शांति के लिए होगा. नमाज पढ़ने वाला कभी हिंसा नहीं करता है.
मौलाना मुफ्ती ने मोनू मानेसर पर लगाया आरोप
मौलाना मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो सब यहीं के है. पुलिस ने लड़कों को गलत पकड़ा है. कल हुई बैठक के दौरान भी मैंने प्रशासन के लोगों से कहा कि गिरफ्तारियां गलत हुई है. मौलाना ने कहा कि हिंसा के लिए जिम्मेदार मोनू मानेसर द्वारा ड़ाली गई वीडियो है. बादशाहपुर गुरुग्राम में मस्जिदों में आग लगा दी गई. वहां कोई कार्रवाई नहीं की गई. मौलाना ने कहा मैं पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं.
‘हम मीडिया से नहीं, सिर्फ अल्लाह से डरते हैं’
मौलाना ने कहा कि ऐसी कोई धार्मिक यात्रा नहीं होती जिसमें तलवारे लहराई जाती है. यात्रा से भी गोली चली है. बाहर से क्या जरूरत थी हथियार लाने की. प्रशासन ने उस वीडियो के खिलाफ एक्शन लिया होता तो ये नहीं होता. प्रशासन इसकी जिम्मेदारी लें. मेरे सवालों का जवाब प्रशासन के पास नहीं है. मौलाना ने कहा हम मीडिया से नहीं सिर्फ अल्लाह से डरते हैं. उन्होंने कहा कि ये यात्रा सिर्फ 3 साल से शुरू हुई है. 2021 में भी इस यात्रा के लोग मजार तोड़ कर गए थे. तीनों सालों में यहां झड़प हुई है. प्रशासन की नाकामी है.
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