Haryana News: हरियाणा में पंचायत चुनाव (Haryana Panchayat Election) होने वाला है. पहले चरण के पंचायती चुनाव में 9 जिलों में इस बार 17 हजार 539 उम्मीदवार सरपंची के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इन 9 जिलों में 9566 पुरुष व 7973 महिलाएं इस बार चुनावी मैदान में हैं. उम्मीदवारों की औसत उम्र 36 साल हैं. ऐसे में इस बार गांवों की चौधर युवाओं को ही मिलने वाली है.


पढ़े लिखे युवा मैदान में
इस बार युवा होने की वजह से उम्मीदवार भी ज्यादा पढ़े लिखे हैं.राज्य भर में पांचवी पास उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ 6 है, जबकि 2134 उम्मीदवार 8वीं पास, 9993 दसवीं पास व 3395 उम्मीदवार 12वीं पास हैं. इनके अलावा 1996 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी शिक्षा स्नातक या उससे अधिक है. पंचायती चुनाव में इस बार शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश का सबसे पिछड़ा जिला माने जाने वाले नूंह से ही इस बार सबसे ज्यादा प्रोफेशनल डिग्री धारक चुनावी मैदान में है.


डॉक्टर भी चुनावी मैदान में
इस बार नूंह जिले से दो एमबीबीएस डॉक्टर, एक सर्जन, एक डेंटल सर्जन भी चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं. इसके अलावा डी फार्मेसी, बी फार्मेसी व एलएलएम डिग्री धारक भी सबसे ज्यादा इसी जिले सरपंच बनने के लिए जोर आजमाइश में जुटे हैं. वहीं इस बार पहले चरण के पंचायती चुनाव में सरपंच पद के लिए सबसे ज्यादा उम्मीदवार यमुनानगर से व सबसे कम उम्मीदवार पंचकूला से हैं.


यहां से नहीं भरा गया नामांकन
यमुनानगर से 2658 लोगों ने व पंचकूला से सिर्फ 623 लोगों ने ही सरपंच पद के लिए आवेदन किया है. यहां पंचायती उम्मीदवारों की औसत उम्र सबसे कम 30 वर्ष है, जबकि इस मामले में झज्जर के उम्मीदवारों की औसत उम्र पहले चरण में सबसे ज्यादा 38 वर्ष है. वहीं जींद में पंचायत समिति के 8 वार्डों में सर्वसम्मति बनने पर एक-एक नामांकन भरा गया. जबकि जींद के गांव चाबरी,फरैणखुर्द व भिड़ताना के ग्रामीणों ने नामांकन नहीं भरा.



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