Haryana News: डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda) प्रमुख और रेप-हत्या के मामले में दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह लगातार चर्चा में बने हुए हैं. हरियाणा सरकार (Haryana Government) की ओर से 6 फरवरी को राम रहीम को 21 दिन की फरलो दी गई थी. राम रहीम (Ram Rahim) को मिली फरलो पर विवाद थमा नहीं था कि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा भी मिल गई. राम रहीम को लेकर छिड़े विवाद पर हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने चुप्पी तोड़ी है. हरियाणा पुलिस ने राम रहीम की जान को खतरा होने का दावा किया है. 


हरियाणा पुलिस की ओर से कहा गया कि राम रहीम को सात फरवरी को रिहा होने के बाद उच्च श्रेणी की सुरक्षा दी गयी थी, क्योंकि सिंह की जान को 'खालिस्तान समर्थक' तत्वों से खतरा है. हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से रोहतक रेंज के आयुक्त ने कहा, ''यदि कैदी को पैरोल पर रिहा किया जाता है, तो मौजूदा नियमों के अनुसार जेड-प्लस सुरक्षा या समतुल्य सुरक्षा प्रदान की जा सकती है, क्योंकि कैदी को भारत और विदेशों में कट्टरपंथी सिख चरमपंथियों से उच्च स्तरीय खतरा है.''


डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को सात फरवरी को रिहा किया गया था, जब हरियाणा सरकार ने निष्कर्ष निकाला था कि वह कट्टर कैदियों की श्रेणी में नहीं आता है. राम रहीम इस समय अपने गुरुग्राम आश्रम में है और उसे कड़ी सुरक्षा में रखा गया है.


विपक्षी दलों ने उठाए सवाल


राम रहीम को मिली फरलो को पंजाब विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा गया. विपक्षी दलों की ओर से बीजेपी सरकार पर राम रहीम के जरिए पंजाब चुनाव को प्रभावित करने के आरोप लगाए गए. राम रहीम को 21 दिनों की छुट्टी पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मिली थी. पंजाब में इस पंथ के बड़ी संख्या में अनुयायी हैं, खासकर बठिंडा, संगरूर, पटियाला और मुक्तसर में.


सात फरवरी को, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिंह की रिहाई और 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव के बीच कोई संबंध होने से इनकार किया था. 


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