Haryana: हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल की मांग- 'जल्द हो विधानसभा चुनाव', राज्यपाल से मिलने का मांगा समय
Haryana Political Crisis: हरियाणा कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी अब अल्पमत में है इसलिए बीजेपी की सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए.
Haryana News: हरियाणा में निर्दलीय विधायकों द्वारा बीजेपी (BJP) से समर्थन वापस लेने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. उधर, गुरुवार को कांग्रेस के (Congress) विधायक दल ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है. वे जल्द से जल्द राज्यपाल से मिलना चाहते हैं. कांग्रेस का कहना है कि हरियाणा की नायब सिंह सैनी (Nayab Saini) सरकार अल्पमत में आ गई है. वे राज्यपाल से राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि राष्ट्रपति शासन लागू कर जल्द चुनाव कराए जाएं.
कांग्रेस नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने कहा, ''हरियाणा में जिस तरह निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन देने का काम किया है, मौजूदा बीजेपी सरकार अल्पमत में आ गई है. उन्होंने 48 विधायकों को लेटर राज्यपाल को दिया है. इनमें ये तीन विधायक भी थे. वहीं, बीजेपी के दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. वे लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में अल्पमत की सरकार है. अल्पमत की सरकार को नैतिक अधिकार नहीं है.''
जेजेपी को लिखित में देना चाहिए आश्वासन- दीपेंदर
दीपेंदर हुड्डा ने कहा, ''नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे और नहीं देती तो राज्यपाल को निष्पक्षता से राष्ट्रपति शासन लगाकर चुनाव कराना चाहिए, यह हमारी मांग है. जेजेपी खत्म हो चुकी है, जनाधार समाप्त हो गया है, लेकिन ये जरूरी है कि जेजेपी ने जो कहा है कि वह बीजेपी के समर्थन में नहीं है और बीजेपी के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव के समर्थन में है, उसे लिखित में राज्यपाल को दे.''
हुड्डा ने कहा कि जेजेपी अपने विधायकों का हस्ताक्षर दे. यह विश्वासघाती पार्टी के रूप में देश में जानी जाती है. जो कह रहे हैं उसे सिद्ध करने के लिए राज्यपाल को लिखित में दे. अगर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो हम उसके समर्थन में हैं. यह बात मीडिया में सार्वजनिक करे.