हरियाणा के सियासी घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज की घटनाक्रम पर उन्होंने तीन महीने पहले सिरसा में रिएक्शन दे दिया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश वासियों को बता दिया था कि BJP-JJP में समझौता तोड़ने का अघोषित समझौता हो गया है. इस बार बीजेपी के इशारे पर जेजेपी और आईएनएलडी वाले कांग्रेस की वोट में सेंध मारने अलग से फिर आएंगे.


दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिरसा का एक वीडियो शेयर किया जो पिछले साल 23 दिसंबर का है. इसमें वो एक जनसभा को संबोधित करते दिख रहे हैं. वीडियो में हुड्डा ने कह, "बीजेपी के साथ जो जेजेपी का समझौता था, वो समझौता तोड़ने का भी समझौता हो गया है. ये मेरी बात को समझकर अपने दिल में रखना. ये समझौता तोड़ेंगे, बीजेपी के इशारे पर. आपके बीच में आएंगे, कांग्रेस की वोट में कौन ज्यादा सेंध मारेगा, अभय सिंह ज्यादा मारेंगे या दुष्यंत चौटाला ज्यादा मारेंगे, इस बात पर बीजेपी के इशारों पर इस तरह की राजनीति हरियाणा में करने का काम करेंगे."






हुड्डा आगे कहते हैं, "चक्रव्यूह रचा जाएगा. प्रदेश में परिवर्तन को रोकने के लिए चक्रव्यूह रचा जाएगा. पिछली बार तो आप भी नादान थे, हम भी नादान हैं. अब आप भी समझ चुके हो. हम भी समझ चुके हैं." 


हरियाणा में कौन होगा अलगा सीएम?


अब सबसे बड़ा सवाल है कि हरियाणा का अगला सीएम कौन होगा. इस रेस में नायब सिंह सैनी प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. वो हरियाणा से बीजेपी के सांसद हैं और राज्य की पार्टी की इकाई के अध्यक्ष भी हैं. हालांकि, विधायकों ने दोबारा से मनोहर लाल खट्टर के सीएम बनने की बात कही है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी चुनाव से ठीक पहले कोई नया चेहरा नहीं भी दे सकती है. 


बता दें कि राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जेजेपी के तीन सदस्य समेत 14 मंत्री शामिल थे. इन सभी ने इस्तीफा दे दिया है. राज्य के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद ‘हरियाणा निवास’ के बाहर संवाददाताओं से कहा कि खट्टर मुख्यमंत्री बने रहेंगे. वर्तमान में, 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 41 विधायक और जेजेपी के 10 विधायक हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है. बीजेपी ने 2019 में राज्य की सभी 10 लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी.