केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यों में 24X7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की अपील की है. इस फैसला पर गुरुग्राम, फरीदाबाद और मानेसर में की फैक्ट्रियों ने हरियाणा सरकार से निर्बाध और गुणवत्ता आपूर्ति के लिए आग्रह किया है. हरियाणा में बिजली संकट की वजह से उद्योगों और उनके सिंडिकेट ने गुरुवार को अफसोस जताया कि पिछले एक महीने में बिजली संकट ने कारखानों के चलने पर भारी दबाव डाला है. क्योंकि पिछले सप्ताह में कम बिजली कटौती हुई थी लेकिन अब बिजली आपूर्ति में भारी अनियमितता और वोल्टेज में उतार-चढ़ाव ने काफी नकुसान किया है.


गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआईए) के अध्यक्ष जेएन मंगला ने कहा गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद या यहां तक ​​कि सोनीपत जैसे औद्योगिक क्षेत्रों के लिए बिजली ही एक ऐसा ईंधन है जिस पर उत्पादन टिका हुआ है. पिछले दो सालों में कोरोना महामारी की वजह से औद्योगिक उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ा है और अब इसे बढ़ाने का समय आ गया है. लेकिन इसके लिए मूलभूत सुविधाओं का होना भी जरूरी है जिसमें बिजली प्रमुख है. 


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एफआईआई के महासचिव (हरियाणा) दीपक मैनी ने कहा अप्रैल में बिजली संकट का चरम चेहरा था. जिससे फैक्ट्रियां चलाने के लिए उद्योगों को रोजाना भारी नुकसान हुआ. अब सरकार एक या दो सप्ताह पहले की स्थिति में सुधार करने में कामयाब रही है, लेकिन फिर भी पूरी बिजली की आपूर्ति नहीं मिल रही है. इसके अलावा बार-बार और अनियमित ट्रिपिंग और स्नैगिंग से उत्पादन लाइन विफल हो जाती है. इस दौरान कई मशीनें ऐसी हैं जो इस तरह की बिजली स्थितियों के लिए ठीक नहीं हैं. क्योंकि बार बार बिजली ट्रपिंग की वजह से मशीन के खतरे का जोखिम होता है. हम सरकार से स्मार्ट ग्रिड परियोजना पर काम में तेजी लाने का आग्रह कर रहे हैं.


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