Haryana News: हरियाणा में राज्यसभा (Rajya Sabha) की एक सीट के लिए 3 सितंबर को चुनाव कराया जाएगा. सत्तारूढ़ बीजेपी किस नेता को यहां से उम्मीदवार बनाएगी इसको लेकर स्थिति साफ नहीं है लेकिन यहां केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) इस दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं. बिट्टू का नाम इसलिए भी आगे माना जा रहा है क्योंकि लोकसभा का चुनाव हारने के बाद भी उन्हें मंत्री पद दिया गया है तो ऐसे में उनके लिए 6 महीने के भीतर संसद की सदस्यता जरूरी है.
हालांकि हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आई किरण चौधरी भी इस रेस में शामिल हैं. हरियाणा से बीजेपी के चार नेताओं के नाम के चर्चे हो रहे हैं. हरियाणा की राज्यसभा सीट दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक से लोकसभा चुनाव जीतने के कारण खाली हुई है. हरियाणा में 14 अगस्त से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यह प्रक्रिया 21 अगस्त तक जारी रहेगा.
जरूरी आंकड़ा छू पाएगी बीजेपी?
हालांकि अभी तक बीजेपी के प्रत्याशी को लेकर संशय बरकरार है क्योंकि बीजेपी में राज्यसभा जाने वाले कई इच्छुक चेहरे हैं. उधर, 90 विधायकों वाली विधानसभा में इस वक्त 87 विधायक हैं इसलिए राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिए 44 विधायकों के मतों की जरूरत पड़ेगी. बीजेपी के 41 विधायक हैं जबकि बीजेपी को एक निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा का समर्थन भी है. साथ ही जेजेपी के भी 2 - 3 विधायक बगावत करके बीजेपी प्रत्याशी को वोट कर सकते हैं क्योंकि राज्यसभा चुनावों में व्हिप काम नहीं करता.
इन सीटों पर भी है चुनाव
हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, त्रिपुरा, राजस्थान और असम की रिक्त सीटों पर भी चुनाव होना है. असम, बिहार और महाराष्ट्र में दो-दो सीट रिक्त हो रही है. जबकि हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना और ओडिशा से एक-एक सीट रिक्त हो रही है. 12 में 10 सीट पर चुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि सदस्यों का चुनाव लोकसभा के लिए हो गया है जबकि दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है.
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