(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sandeep Singh Harassment Case: संदीप सिंह के मामले पर पहली बार बोले सीएम खट्टर- 'आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता'
Haryana News: खेल मंत्री संदीप सिंह पर एक महिला कोच द्वारा लगाए छेड़छाड़ के आरोपों पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमने जांच के लिए उनको पद से हटा दिया है ताकि जांच सुचारू रूप से हो सके.
Sandeep Singh Harassment Case News: हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर एक महिला कोच द्वारा लगाए छेड़छाड़ के आरोपों पर अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है. सीएम खट्टर ने आज मंगलवार (3 जनवरी) को कहा कि एक महिला खिलाड़ी ने खेल मंत्री संदीप सिंह पर आरोप लगाया है लेकिन वह अभी तक दोषी नहीं हैं. हमने निष्पक्ष जांच के लिए उनको खेल मंत्री के पद से हटाया गया है, ताकि जांच सुचारू रूप से हो सके. हम जांच पूरी होने का इंतजार करेंगे. सीएएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि महिला खिलाड़ी ने उनके ऊपर व्यर्थ आरोप लगाया है,आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता.चंडीगढ़-हरियाणा पुलिस छानबीन कर रही है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे.
इससे पहले एक खाप पंचायत ने खेल मंत्री को धमकी दी कि अगर महिला कोच से छेड़छाड़ करने के आरोपी हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे. हालांकि संदीप सिंह ने रविवार को अपना खेल विभाग यह कहते हुए छोड़ दिया था कि उन्होंने नैतिक आधार पर यह कदम उठाया है और दावा किया कि उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं. पूर्व हॉकी कप्तान ने कहा कि उन्होंने खेल विभाग का प्रभार सीएम खट्टर को सौंप दिया है.
इनलो-कांग्रेस का संदीप सिंह पर निशाना
वहीं कुछ खाप सदस्यों ने माना है कि हरियाणा पुलिस महानिदेशक के आदेश पर गठित एक समिति का कोई उद्देश्य नहीं होगा क्योंकि चंडीगढ़ पुलिस पहले से ही मामले की जांच कर रही है. इस बीच इंडियन नेशनल लोकदल के नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा समिति "केवल मंत्री को बचाने का एक प्रयास है". उन्होंने कहा, "जब चंडीगढ़ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है और मामले की जांच कर रही है, तो यह हरियाणा समिति किस उद्देश्य से स्थापित की गई है." वहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा ने भी खेल विभाग छोड़ने के सिंह के कदम पर सवाल उठाया.
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