(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana Stubble Burning: हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में आई कमी, खट्टर सरकार का दावा, जारी किए आंकड़े
Haryana Stubble Burning News: हरियाणा सरकार ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान में बताया कि सरकार पराली प्रबंधन के लिए सक्रिय रूप से ठोस कदम उठा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे रहे हैं.
Haryana News: एक तरह जहां दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर पड़ोसी राज्य हरियाणा पर पराली ज्यादा जलाने के आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ हरियाणा सरकार दावा कर रही है कि फसलों की कटाई के मौजूदा सत्र में अबतक पराली जलाने के 714 मामले सामने आए हैं. सरकार का दावा है कि पिछले साल की तुलना में इस साल पराली जलाने के मामलों की संख्या कम है.
अधिकारियों ने बताया कि रविवार तक पराली जलाने के 714 मामले सामने आए हैं. सोमवार को यहां एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि राज्य सरकार पराली प्रबंधन के लिए सक्रिय रूप से ठोस कदम उठा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे रहे हैं. बयान के मुताबिक, "पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष राज्य में पराली जलाने के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है. अब तक पराली जलाने के केवल 714 मामले सामने आए हैं जबकि 2022 में इसी अवधि के दौरान 893 मामले सामने आए थे."
सरकार ने पराली जलाने के मुद्दे को गंभीरता से लिया
बयान में कहा गया है, "2021 में, पराली जलाने के मामलों की संख्या काफी अधिक 1,508 थी, जबकि हरियाणा में पिछले एक महीने से अधिक समय से धान की कटाई चल रही है." बयान के मुताबिक हरियाणा सरकार ने पराली जलाने के मुद्दे को गंभीरता से लिया है और किसानों के साथ मिलकर इस तरह के मामलों को कम करने में उल्लेखनीय प्रगति हुई है.
हरियाणा के कई शहरों में भी प्रदूषण
हरियाणा के शहरों के प्रदूषण की अगर बात करें तो इस समय बहादुरगढ़ का AQI 228 है तो वहीं फरीदाबाद का AQI 214, धारुहेड़ा का AQI 190, गुरुग्राम का AQI 226 है, बल्लभगढ़ का AQI 203, मानेसर का AQI 193 है. कुरुक्षेत्र का AQI 198, रोहतक का AQI 181, जींद का AQI 146, कैथल का AQI 234, यमुनानगर का AQI 174 पहुंच गया है.
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