Haryana News: हरियाणा में थैलेसीमिया के मरीजों को प्रतिमाह मिलेंगे 2,500 रुपये, सीएम खट्टर ने किया एलान
Haryana में थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों के लिए राहत भरी खबर आई है. दरअसल पीड़ित लोगों को सरकार 2,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे, सीएम खट्टर ने बीते दिन इसका एलान किया है.
Haryana News: हरियाणा में थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों को प्रति माह 2,500 रुपये दिए जाएंगे और उनके स्वास्थ्य जांच के लिए आवश्यक चिकित्सा परीक्षण भी मुफ्त होंगे, ताकि परिवार के सदस्यों द्वारा इलाज का खर्च वहन नहीं किया जा सके. यह घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर गुरुग्राम में समरस हिंदू मंच द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर के अवसर पर संबोधित करते हुए की. राज्य की जनता की ओर से खट्टर ने मोदी को उनके 72वें जन्मदिन की हार्दिक बधाई दी.
सीएम ने पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री ने शिविर में मौजूद थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने उनके साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई. इस अवसर पर खट्टर ने थैलेसीमिया से पीड़ित 125 बच्चों के बीच कार्ड भी वितरित किए, जिसके माध्यम से वे गुरुग्राम नगर निगम द्वारा एक वर्ष के लिए एमआरआई आदि जैसे अन्य परीक्षणों के साथ अपने रक्त परीक्षण मुफ्त में करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया एक गंभीर बीमारी है जिसमें एक अवधि के बाद व्यक्ति के खून को बदलना पड़ता है और इसका इलाज महंगा होता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना गरीबों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए लागू की गई है और यह केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त योजना है.
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कैसे पता लगाएं थैलेसीमिया
थैलेसीमिया एक गंभीर बीमारी है और इससे केवल दो तरीके से रोका जा सकता है. शादी से पहले लड़का-लड़की के ब्लड टेस्ट करवाएं, और यदि जांच में दोनों के रक्त में माइनर थैलेसीमिया पाया जाए तो बच्चे को मेजर थैलेसीमिया होने की पूरी संभावना बन जाती है. ऐसी स्थिति में मां के 10 सप्ताह तक गर्भवती होने पर पल रहे शिशु की जांच होनी चाहिए. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे में थैलेसीमिया की बीमारी का पता लगाया जा सकता है. दूसरा उपाय यह कि यदि विवाह के बाद माता-पिता को पता चले कि शिशु थैलेसीमिया से पीड़ित है तो बोन मेरो ट्रांसप्लांट पद्धति से शिशु के जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है.