Karnal News: मंगलवार को हुई बारिश के कारण करनाल जिले की अनाज मंडियों में लाखों रुपए का धान बेकार हो गया. बारिश को लेकर पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण धान की कई बोरियां भीग गईं. इस बदइंतजामी से बाजार समितियों द्वारा की गई खरीद व्यवस्था का पर्दाफाश हो गया है.
किसानों ने जताई भारी नुकसान की आशंका
बोरियों के भीगने से किसानों ने भारी नुकसान की आशंका जताई है. किसानों ने कहा कि बेमौसम बारिश ने अनाज मंडियों में पड़े धान के ढेर को भिगा दिया है और इस बारिश से कटाई का मौसम भी प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा कि ये बारिश फसल की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकती है.
बारिश को लेकर नहीं किए गए पर्याप्त इंतजाम
मंडियों में बदइंतजामी को लेकर अशोक कुमार नामक किसान ने कहा कि मैं अपने अनाज को बेचने के लिए यहां दो दिनों से डेरा डाले हुए हूं, लेकिन बारिश के कारण धान की खरीद नहीं हो पाई है. धान को बारिश से बचाने के लिए यहां तिरपाल बहुत कम हैं इसलिए हमारा धान भीग रहा है.
खरीद के बाद मंडिंयों से नहीं उठ रहा धान
आंकड़ों की मानें तो विभिन्न एजेंसियों ने अब तक 58,57,696 क्विंटल धान की खरीद की है, जिसमें से केवल 42,28,840 क्विंटल (72%) ही उठाया गया है.मंडियों में धान बेचने आए किसान मंडी में पर्याप्त तिरपाल होने के कारण परेशान हैं. उनका आरोप है कि उन्हें घर से तिरपाल लाने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
मंगलवार को हुई तेज बारिश से सब बर्बाद
बता दें कि करनाल में पिछले तीन दिनों से हल्की बूंदाबांदी हो रही थी, लेकिन मंगलवार को जिले में जोरदार बारिश हुई, जिसकी वजह से इंद्री और करनाल की अनाज मंडियों में पानी भर गया. वहीं एक अन्य किसान ने कहा कि हमें अपने घर से ही प्लास्टिक की चादर लानी पड़ी है क्योंकि आढ़ती और अधिकारी हमें चादर उपलब्ध नहीं करा रहे हैं.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर इंद्री मंडी समिति के सचिव सुंदर सिंह कंबोज ने कहा कि हमने जल्द से जल्द मंडी से पानी को निकाला. वहीं उपायुक्त अनीश यादव ने इसको लेकर कहा कि सभी मंडी सचिवों से अनाज को तिरपाल से ढंकने के लिए कहा गया है.
छापेमारी में 68,000 क्विटल धान मिला गायब
वहीं करनाल की विभिन्न अनाज मंडियों में धान की फर्जी खरीद के लिए फर्जी गेट पास जारी करने की खबरों के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम नें जुंडला अनाज मंडी और विभिन्न मंडियों पर छापा मारा, इस दौरान दस्ते को करीब 68,000 क्विंटल धान गायब मिले.
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