(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Year Ender 2023: नूंह हिंसा से लेकर पहलवानों के प्रदर्शन तक, इन घटनाओं को लेकर चर्चा में रहा हरियाणा
Haryana Flashback 2023: साल 2023 अब अपनी समाप्ति पर है. यह साल हरियाणा के लिए कई मायनों में खास रहा तो वहीं विवादों को लेकर भी यह राज्य देश में चर्चा का विषय बना रहा.
Haryana News: राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक नूंह (Nuh) में धार्मिक जुलूस पर हमले में छह लोगों की मौत और हरियाणा (Haryana) के वाणिज्यिक एवं प्रौद्योगिकी केंद्र गुरुग्राम (Gurugram) समेत इस क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति, इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी आदि राज्य की इस साल की कुछ बड़ी घटनाओं में शामिल रहीं. इसी साल हरियाणा (Haryana) की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को एक झटका तब लगा जब पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत नौकरियों को स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित करने के हरियाणा सरकार के कानून को खारिज कर दिया.
इस सत्तारूढ़ गठबंधन की जूनियर सहयोगी जेजेपी ने इस आरक्षण पर जोर दिया था. दोनों ही घटक दल किसी भी सूरत में स्पष्ट रूप से यह बताने में हिचकते रहे कि वे अगला चुनाव मिलकर लड़ेंगे या नहीं. नूंह हिंसा से महीनों पहले राज्य प्रशासन को पड़ोसी राजस्थान के दो मुस्लिम व्यक्तियों की मौत को लेकर आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा. हरियाणा के भिवानी जिले में एक जली हुई कार से इन दोनों के शव मिले थे.
वीएचपी के जुलूस पर हुआ था हमला
इन दोनों के रिश्तेदारों ने उनकी मौत के लिए गौरक्षकों और उन पर समय से कार्रवाई नहीं करने को लेकर हरियाणा पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था. पुलिस ने इस आरोप का खंडन किया था. जुलाई में नूंह में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में निकाले गए जुलूस पर हमला किया गया जिसमें दो होमगार्ड जवान समेत पांच लोगों की जान चली गई. उसके बाद छिटपुट हिंसा हुई. गुरुग्राम में एक मस्जिद पर हमला कर एक इमाम की हत्या कर दी गई थी.
कांग्रेस विधायक इस मामले में गिरफ्तार
जिस क्षेत्र में जुलूस पर हमला किया था, वहां अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाए जाने पर उच्च न्यायालय ने उसका स्वत: संज्ञान लिया और सवाल किया कि क्या यह ‘जातीय सफाये’ की कार्रवाई है. बाद में नूंह हिंसा से जुड़े चार मामलों में कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार किया गया. उनकी पार्टी ने राज्य सरकार पर ‘राजनीतिक रूप से परेशान करने एवं निशाना बनाने’ का आरोप लगाया.
जब सीएम और मंत्री के बीच दिखी खींचतान
नूंह हिंसा से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बीच तनावपूर्ण संबंध की ओर भी लोगों का ध्यान गया. विज ने नूंह में तनाव पैदा होने की खुफिया सूचना होने से इनकार किया और उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सीआईडी विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री के पास ही ‘सारी सूचनाएं’ होती हैं. अक्टूबर में विज ने उनके स्वास्थ्य विभाग में मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों द्वारा ‘दखल’ देने पर नाखुशी भी जाहिर की थी और कई सप्ताह तक फाइलों को मंजूरी नहीं दी.
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सड़क पर उतरे पहलवान
खेल-कूद का केंद्र समझे जाने वाले हरियाणा ने एक बार फिर देश का सिर गर्व से ऊंचा किया. हरियाणा के खिलाड़ियों ने चीन में एशियाई खेलों में देश को मिले कुल 107 पदकों में से 30 जीते. हालांकि हरियाणा के पहलवान, खिलाड़ियों के कथित यौन शोषण को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर कई सप्ताह तक प्रदर्शन का हिस्सा रहे. यह विवाद अब भी जारी है. वहीं, साल की शुरुआत में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह से खेल विभाग अपने हाथों में ले लिया.
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