Chandigarh News: देश में कोरोना की तरह H3N2 वायरस ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. चंडीगढ़ में इन्फ्लूएंजा H3N2 के अब तक 7 मरीज मिल चुके हैं. इन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके बाद से ही चंडीगढ़ स्वास्थ विभाग हरकत में आ गया है. विभाग ने इन्फ्लुएंजा A को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है, जिसमें वायरस ये गर्भवती महिलाओं के लिए बड़ा जोखिम बताया गया है.


H3N2 वायरस के क्या लक्षण है?


एडवाइजरी के अनुसार, H3N2 वायरस के चपेट में आने के बाद व्यक्ति में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं. जैसे ठंड लगना, बुखार, खांसी, उल्टी, गले में दर्द, मांसपेशियों और शरीर में दर्द, छींके आना, नाक बहना आदि. इसके साथ ही मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है और बेचैनी महसूस होती है. यहां ये बात जान लेना जरूरी है कि H3N2 वायरस, कोरोना से बेहद अलग है. क्योंकि कोराना निचले रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन मार्ग को प्रभावित करता है. जबकि H3N2 वायरस ऊपरी रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को प्रभावित करता है. इससे खांसी, बुखार, सर्दी, गले, नांक और आंखों में लंबे समय तक जलन रहती है.


H3N2 वायरस से किसे ज्यादा खतरा?


एक्सपर्ट्स के अनुसार, H3N2 वायरस फैलता कोरोना की तरह ही तेजी से ही है. किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छीकने या अन्य किसी तरह से संपर्क में आने पर H3N2 वायरस फैलने के चांस काफी ज्यादा हैं. ये वायरस बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गो को आसानी से अपनी चपेट में ले लेता है और इन्हें ही इस वायरस से ज्यादा खतरा है.


H3N2 वायरस से बचाव और सावधानी


• H3N2 वायरस के चपेट में आने के बाद तुरन्त डॉक्टर को दिखाएं. 
• ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें, शरीर में पानी की कमी ना होने दें.
• खानपान में उन चीजों को शामिल करें जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ें. संतरा, बेरीज, हल्दी, नींबू इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होते है.
• जिन लोगों को खांसी-जुकाम हो उनसे दूरी बनाकर रखें. बीमार व्यक्ति के पास जाना पड़े तो मास्क लगाकर जाएं.
• अपने हाथों को साबुन से धोएं या सैनिटाइज करते रहें.


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