Tamil Nadu Army Helicopter Crash: तमिलनाडु के कन्नूर में 8 दिसंबर को हुए सेना के हेलिकॉप्टर हादसे में नायक गुरसेवक की मौत हो गई थी. लेकिन हादसे के कई दिन बाद भी गुरसेवक का शव अभी तक गांव नहीं पहुंचा है. नायक गुरसेवक तरनतारन जिले के पट्टी उपखंड के डोडे सोदिया गांव के रहने वाले थे. परिजन आंखों में आंसू लिए शव लाल के शव का इंतजार कर रहे हैं. रिश्तेदार और ग्रामीण परिजनों को संकट की घड़ी में सांत्वना दे रहे हैं. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गुरसेवक का अंतिम संस्कार कब होगा. गुरसेवक 2004 में भारतीय सेना में भर्ती हुए और आठ भाई-बहनों में से पांचवें स्थान पर थे.
परिजनों को नायक गुरसेवक के शव का इंतजार
गुरसेवक के परिवार में पत्नी जसप्रीत कौर और तीन बच्चे हैं. बच्चों में दो बेटियां और एक बेटा शामिल है. सेना के अधिकारियों ने पिता कबाल सिंह के खून का नमूना घर से लिया है और उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. तरनतारन के डीसी कुलवंत सिंह ने कहा कि अभी तक पहचान की जानकारी नहीं है और सेना के अधिकारियों के बताए जाने पर परिवार को सूचित किया जाएगा. परिवार ने कहा कि गुरसेवक ने हमें कभी नहीं बताया कि उनकी ड्यूटी जनरल बिपन रावत के साथ है. पत्नी जसप्रीत कौर ने कहा कि उनके बच्चे छोटे हैं और सरकार को उनके बच्चों के बारे में जरूर सोचना चाहिए. परिवार को जिला प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. गौरतलब है कि हेलिकॉप्टर क्रैश में भारत के पहले सीडीसी जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की जान चली गई थी.