Chandigarh News: सिखों के पवित्र स्थान श्री हेमकुंट साहिब के कपाट कल यानी 20 मई को खुलने जा रहे हैं. आज पंज प्यारे के नेतृत्व में पहला जत्था हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए गोबिंदघाट से रवाना हो चुका है. गोविन्द घाट से गोविन्द धाम पहुंचकर एक रात्रि विश्राम करने के बाद यह जत्था शनिवार तड़के हेमकुंट साहिब के लिए रवाना होगा और कल सुबह 10.30 बजे श्री हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. हेमकुंड साहिब के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है.
19 किमी की चढ़ाई के बाद दर्शन
गोबिंदघाट गुरुद्वारा साहिब में हेमकुंट साहिब के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यहां शब्द, कीर्तन, प्रार्थना के बाद हजारों श्रद्धालुओं का जत्था पांच प्रेमियों के नेतृत्व में हेमकुंट साहिब के लिए रवाना हो गया है. गुरुद्वारा कमेटी द्वारा हेमकुंड साहिब में सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं. सप्त श्रृंग पर्वत श्रृंखला के मध्य में 4160 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सिखों के दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह ने तपस्या की थी.
सिख समुदाय के लोग 19 किमी की कठिन चढ़ाई के बाद श्री हेमकुंट साहिब पहुंचते हैं. हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के अध्यक्ष नरिंदर जीत सिंह बिंद्रा का कहना है कि यात्रा को लेकर ट्रस्ट ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. गोविंदम गुरुद्वारा के मुख्य प्रशासक सेवा सिंह ने बताया कि सुबह आठ बजे गोविंदघाट गुरुद्वारा साहिब में शबद कीर्तन के बाद श्रद्धालुओं का जत्था पांच अपनों के साथ हेमकुंट साहिब के लिए रवाना हुआ.
सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने तीर्थ यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. गोबिंदघाट से पुलना तक वाहनों का किराया भी तय कर दिया गया है. 20 मई की सुबह श्रद्धालुओं का जत्था श्री हेमकुंड साहिब पहुंचेगा. इसके बाद गुरुद्वारा साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. इसके लिए दोनों धामों को फूलों से सजाया जा रहा है.
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