Chakki Bridge Collapsed: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा (Kangra) जिले में पंजाब और हिमाचल की सीमा पर चक्की नदी (Chakki River) पर बना 800 मीटर लंबा रेलवे पुल शनिवार सुबह ढह गया. सूत्रों ने कहा कि चक्की में अचानक आई बाढ़ ने पुल का कमजोर खंभा बहा दिया. इसके साथ ही पुल का नया पिलर बनने तक पठानकोट और जोगिंद्रनगर के बीच नैरो गेज ट्रेन सेवा बंद रहेगी. 1928 में अंग्रेजों द्वारा निर्मित और चालू की गई नैरो गेज रेल लाइन पर पठानकोट और जोगिन्द्रनगर के बीच प्रतिदिन सात ट्रेनें चलती थीं.


अवैध खनन से पुल को पहले ही हुआ था नुकसान


पोंग बांध वन्यजीव अभयारण्य में स्थित सैकड़ों गांवों के लिए रेल लाइन जीवन रेखा है, जहां कोई सड़क या बस सेवा नहीं है. इन गांवों के लोग कांगड़ा के जिला मुख्यालय से जुड़ने के लिए ट्रेन सेवा का उपयोग करते थे. नदी के तल में अवैध खनन के बाद 90 साल पुराना रेलवे पुल कमजोर हो गया था. अवैध खनन से पुल को हुए नुकसान की रेलवे अधिकारियों ने बार-बार शिकायत की थी. पिछले महीने, पुल के एक खंभे में दरारें आ गई थीं, जिसके बाद ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था. अब खंभा बह गया है.



Punjab News: कॉलेज स्टूडेंट को हनीट्रैप में फंसाकर मिलने के लिए बुलाया, फिर अगवा कर परिजनों से मांगी 50 लाख की फिरौती


कांगड़ा में कई नदियां उफान पर


इस बीच, कांगड़ा जिले में अधिकांश नदियां उफान पर हैं, कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है. उपायुक्त निपुण जिंदल ने कहा कि स्थानीय नाले में अचानक आई बाढ़ के बाद नागोरता बगवां इलाके में राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज की इमारत में पानी घुस गया. भवन को खाली करा दिया गया है. उन्होंने कहा कि छात्रावासों में रहने वाले छात्र सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं. कांगड़ा जिला प्रशासन ने भी पर्यटकों को नदियों, नालों और अन्य जल निकायों के पास न जाने की चेतावनी दी है. पूरे जिले में आपदा प्रतिक्रिया अधिकारी अलर्ट पर हैं और जितनी जल्दी हो सके किसी भी स्थिति का जवाब देने को लेकर तौयार है. स्थानीय लोगों से कहा गया है कि वे अपने घरों के बाहर किसी भी तरह की अनावश्यक आवाजाही से बचें.


Punjab News: फरीदकोट में नशेड़ी ने पहले पत्नी को मारा फिर कर ली आत्महत्या, परिजनों ने जताया ये शक