Punjab Encounter News: पंजाब में गैंगस्टर सुखविंदर राणा की ओर से कथित तौर पर कॉन्स्टेबल अमृतपाल सिंह की हत्या करने के 24 घंटे के भीतर सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ में सुखविंदर राणा की मौत हो गई. उस पर रविवार को एक छापे के दौरान कांस्टेबल अमृतपाल सिंह की हत्या का आरोप है.


यह मुठभेड़ होशियारपुर जिले के मुकेरियां में उस जगह से करीब 20 किलोमीटर दूर हुई, जहां कांस्टेबल की हत्या हुई थी. अमृतपाल सिंह की गैंगस्टर ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) की टीम होशियारपुर जिले में उनके घर पर छापा मार रही थी.


पंजाब के डीजीपी ने क्या कहा? 


एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, सीआईए टीम ने मुकेरियां के मंसूरपुर गांव में उस घर पर छापा मारा, जहां गैंगस्टर ने भारी मात्रा में अवैध हथियारों का भंडारण किया था. पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “दुःख की इस घड़ी में हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं और उनका समर्थन करने के लिए सब कुछ करेंगे. हमारी प्रार्थनाएं उनके परिवार और करीबी लोगों के साथ हैं."



पुलिस टीम अवैध हथियार रखने के संदेह में सुखविंदर राणा को पकड़ने के लिए गांव में पहुंची थी कि तभी उसपर हमला कर दिया गया. जैसे ही पुलिस टीम ने संदिग्ध के घर में प्रवेश किया, तभी आरोपी ने गोली चला दी, जो सिपाही अमृतपाल सिंह की छाती में लगी. सुखविंदर सिंह मौके से भाग गया, जबकि सिपाही को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.


कॉन्स्टेबल अमृतपाल सिंह का हुआ अंतिम संस्कार


दूसरी तरफ कॉन्स्टेबल अमृतपाल सिंह का उनके पैतृक गांव जंदौर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. जालंधर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक एस. भूपति, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र लांबा, विधायक कमरबीर सिंह घूमन और राज कुमार छब्बेवाल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राहुल छाब्बा और अन्य अधिकारी अमृतपाल सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे.