Punjab News: 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल सिंह अपने 10 साथियों के साथ इस वक्त असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है. कुछ दिन पहले ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की तरफ से कानूनी मदद मिलने के बाद परिवार ने जेल में जाकर अमृतपाल और उसके साथियों से मुलाकात की है. इस दौरान हुई बातचीत पर अब अमृतपाल के चाचा सुखचैन सिंह का बयान सामने आया है.


'वो सब बिल्कुल ठीक है...'


एबीपी न्यूज से बातचीत में अमृतपाल के चाचा ने कहा, 'दोनों से मिलकर बड़ा सुकून मिला है. पहले हरजोत सिंह से ही मुलाकात हुई थी. हम नहीं लग रहा था कि अमृतपाल से हम मिल पाएंगे, लेकिन शाम 5 बजे तक लंबे इंतजार के बाद जेल प्रशासन ने अमृतपाल से मुलाकात कराई. वे लोग जेल मेन्युअल को फॉलो कर रहे हैं. जो एक आम कैदी को सुविधाएं दी जाती हैं अमृतपाल को भी वही सब सुविधाएं जेल मेन्युअल के हिसाब से दी जा रही हैं. वो बिल्कुल ठीक है.'


पिता को नहीं मिलने दिया?


बातचीत के दौरान जब अमृतपाल सिंह के चाचा से पूछा गया कि अमृतपाल के पिता जेल के अंदर मुलाकात करने क्यों नहीं गए. दफ्तर से ही वापस क्यों आ गए. क्या पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें जाना नहीं था. परमिशन सिर्फ मेरे से ही मुलाकात की ही हुई थी. इसीलिए मैंने ही अंदर जाकर दोनों से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि खाना-पानी सब ठीक मिल रहा है जेल मेन्युअल के हिसाब से. कोई दिक्कत नहीं है.'


अमृतपाल की चिट्ठी पर जवाब


जेल में जाने के बाद अमृतपाल सिंह ने पहला लिखित संदेश जारी किया था, जिसमें लिखा था कि वह चढ़दी कला में है. अमृतपाल सिंह ने यह संदेश वकील सिमरनजीत सिंह के जरिए जारी किया था. उनके चाचा ने भी इसकी पुष्टि की है. वहीं SGPC के लीगल एडवाइजर भगवंत सिंह सियालका का भी इस मुलाकात के बाद बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि, 'सभी के दिलों में अपने परिजनों को लेकर जो भ्रम, गलतफहमी या डर था, वो अब दूर हो गया है. अब वे खुश हैं और उनसे मिलकर राहत महसूस कर रहे हैं.'


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