Haryana: गुरुग्राम में इस टोल प्लाजा पर चला रहा था गड़बड़ घोटाला, 1 महीने की फीस में 101 साल टोल फ्री, हुआ बड़ा खुलासा
Gurugram News: गुरुग्राम के एक टोल प्लाजा पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जिससे सरकार और टोल प्लाजा कंपनी को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है.
Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम जिले के सोहना रोड स्थित घामडौज टोल प्लाजा का मासिक पास में जबरदस्त गड़बड़ी सामने आई है. घामडौज टोल प्लाजा से फ्री में गुजरने के लिए फर्जी पहचान पत्र बनाने का मामला सामने आया है. वाहन चालकों ने मासिक पास की सिर्फ एक महीने की फीस जमा करवाकर उसकी वैधता 101 साल तक की कर दी. यह गड़बड़ी कैसे और किसने की इसकी जांच चल रही है.
1050 फर्जी ID वाले वाहन चालकों की पहचान
सोहना के घामडौज टोल प्लाजा से गुजरने के दौरान मासिक पास की जांच की गई तब इस मामले का खुलासा हुआ. बीते 70 दिनों में टोल प्लाजा पर कंपनी ने ऐसे 1050 लोगों की पहचान की है. जिनसे सरकार और टोल प्लाजा कंपनी को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है. घामडौज टोल प्लाजा प्रबंधक लखन शर्मा ने बताया की इस पूरे मामले की जांच के लिए गुरुग्राम साइबर थाना पुलिस में शिकायत भी दी गई है और पुलिस ने शिकायत मिलते ही जांच शुरू कर दी है. वहीं इस गड़बड़ी के बाद आईएचएमसी एल भी मामले की जांच कर रही है.
रोजाना 25 हजार से ज्यादा वाहन की होती है आवाजाही
आपको बता दें कि घामडौज टोल प्लाजा के आसपास रहने वालों को एनएचएआई के द्वारा टोल के आसपास रहने वाले 20 किलोमीटर के दायरे मे रहने वाले लोगों को सस्ती दरों पर मासिक पास की सुविधा दी गई है. सोहना- एलिवेटेड हाईवे पर गांव घामडौज में एनएचएआई द्वारा टोल प्लाजा बनाया गया है. यहां से रोजाना 25 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं.
घामडौज टोल प्लाजा पर मिली फर्जी आईडी
लखन शर्मा प्रबंधक घामडौज टोल प्लाजा ने बताया कि एक हजार वाहनों के फर्जी मासिक पास जब्त किए गए हैं. इसके अलावा जिन वाहन चालकों ने मासिक फीस की कुल 330 रुपये जमा करके एक साल का पास बना लिया है. इसी फर्जी पास के आधार पर करीब एक हजार वाहन चालक रोजाना टोल प्लाजा से गुजर रहे हैं. दो वाहन चालकों ने तो 62 व 101 वर्ष का मासिक पास ऑनलाइन बनाया लिया. उनके पास भी प्लाजा ने जब्त कर लिए हैं. लखन सिंह शर्मा ने बताया कि कुछ लोगों ने साइट में गड़बड़ी या फिर हैक करने के बाद सिर्फ 330 रुपये देकर मासिक पास की वैधता 62 साल और 101 साल तक कर दी है. आई एचएमसीएल की साइट की वैधता एक महीने से ज्यादा की मिल रही है जब यह बात टोल कंपनी अधिकारी तक पहुंची तो अधिकारियों ने इसकी जांच की तो पता चला टोल कंपनी की साइट हैक कर लोग फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. इस पर टोल कंपनी ने साइबर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करा दी है. जिस पर पुलिस जांच कर रही है.
ऑनलाइन मासिक पास की सुविधा बंद
एनएचएआई रेवाड़ी के प्रबंधक योगेश पाठक ने बताया कि जैसे ही कंपनी को मासिक पास में गड़बड़ी का पता चला कंपनी ने टोल पर ऑनलाइन मासिक पास की सुविधा बंद कर दी. फिलहाल गाड़ियों के लिए मासिक पास टोल प्लाजा पर बने ऑफिस में मैन्युअल तौर पर बनाए जा रहे हैं. इसके साथ साथ प्रबंधक ने ये भी बताया कि एक हजार वाहनों के फर्जी मासिक पास पकड़े गए हैं. इसमें वर्ष 2124 तक के लिए बनाया गए पास भी जब्त किए गए है. फिलहाल ये गड़बड़ी कैसे हुई इसका पता लगाया जा रहा है.
टोल प्लाजा के गांव के लिए है निशुल्क टोल
एनएचएआई रेवाड़ी के प्रबंधक योगेश पाठक ने बताया की टोल फ्री में पार करने के लिए बहुत से लोगों ने आसपास के गांव का फर्जी पहचान पत्र बनवाया हुआ थ. जिनको टोल पर चलाए गए स्पेशल चेकिंग अभियान के दौरान जप्त कर लिया गया. टोल प्लाजा के आस-पास के गांवों जैसे घामडीज, अलीपुर, महेंद्रवाड़ा और भोंडसी के लोगों के लिए टोल निशुल्क है. ऐसे में लोगों ने फर्जी तरीके से अपने पहचान पत्र बनवाया हुए थे.
इसके अलावा टोल प्रबंधक ने बताया कि वाहन चालकों ने पुलिस, सेना सहित अन्य विभागों के भी फर्जी पहचान पत्र तैयार करवाए हुए थे. टोल प्लाजा पर चेकिंग के दौरान शक होने पर सभी के पहचान पत्र जब्त कर लिए गए. टोल कंपनी बीते 70 दिनों से मामले की निजी तौर पर जांच कर थी, लेकिन बाद में टोल कंपनी ने इस मामले में साइबर पुलिस थाना में शिकायत देकर मामला दर्ज कराया और जल्द से जल्द पूरे मामले में संलिप्त आरोपियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कही.