Haryana News:  हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के जनता दरबार अक्सर चर्चाओं में रहते थे. हफ्ते में एक दिन लगने वाले जनता दरबार को जहां कुछ समय पहले बंद कर दिया गया था. लेकिन अब भी लोग अपनी समस्याएं लेकर गृह मंत्री विज के पास पहुंचते रहते है. क्योंकि लोगों को पता है अगर मंत्री तक उनकी समस्या पहुंच गई तो उसका समाधान हो जाएगा. कुछ ऐसा ही एक नजारा फिर दिखाई दिया. जहां एक पीड़ित जब विज के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचा तो उसने कहा कि ‘अगर आप ना होते, तो क्या होता इस प्रदेश का’


नौकरी से बर्खास्त पुलिसकर्मी पहुंचे विज के पास
गृह मंत्री अनिल विज के दरबार में 3 बर्खास्त पुलिसकर्मी भी पहुंचे उन्होंने बताया कि कोर्ट ने उन्हें फिर से नौकरी पर बहाल किए जाने के आदेश दिए है लेकिन अधिकारियों के सुस्त रवैये ने उन्हें शिकायत लेकर आने पर मजबूर कर दिया. गृह मंत्री विज ने पुलिसकर्मियों को कोर्ट की तरफ से दिए ऑर्डर को पढ़कर तुरंत प्रभाव से अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग को उनकी बहालगी के आदेश दिए.


क्यों बर्खास्त हुए थे पुलिसकर्मी
हरियाणा पुलिस में सिपाही पद पर मौजूद धर्मवीर, विजयपाल और विनोद कुमार 2008 में स्पेशल टास्क फोर्स हिसार व रोहतक रेंज में तैनात थे. इनके ऊपर डकैती के आरोप लगाते हुए 2010 में आईपीसी की धारा 395,397, 398, 120 बी और 25- 54- 59 के तहत एक प्राथमिकी संख्या 261 दर्ज की गई थी. जिसके बाद तीनों की गिरफ्तारी भी हुई और विभागीय जांच भी हुई. जबकि उनका उस डकैती से कोई संबंध नहीं था. उनकी गिरफ्तारी भी केवल संदेह के आधार पर हुई थी. जांच के दौरान भी उनकी तरफ से अधिकारियों का पूरा सहयोग किया गया. सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर भी उनके ऊपर दोष साबित नहीं हो पाए. जिसके बाद कोर्ट ने 6-11-2012 को तीनों बर्खास्त पुलिसकर्मियों को बरी करने के आदेश जारी कर दिए थे. 


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