Punjab News: पंजाब में पटवारी आज फिर से हड़ताल पर चले गए है. पंजाब सरकार ने प्रदर्शनकारी पटवारियों पर 30 अगस्त को एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट (ESMA) लगा दिया था. लेकिन अब प्रदेश के पटवारी और सरकार आमने-सामने होते नजर आ रहे है. दरअसल, राजस्व पटवार यूनियन ने 3193 सर्कलों में हड़ताल की घोषणा पर कायम रहते हुए आज फिर पड़ताल शुरू करने का फैसला किया है. वहीं भगवंत मान सरकार द्वारा लागू किए गए एस्मा कानून को हाईकोर्ट में चुनौती देने का एलान किया है. 


पटवारियों की मांगें लागू करें सरकार
पटवारी यूनियन के प्रधान हरवीर सिंह ढींडसा और कानूनगो यूनियन पंजाब के प्रधान मोहन सिंह भेडपुरा का कहना है कि पंजाब सरकार लंबे समय से पटवारियों की मांगों को लागू नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि नए भर्ती पटवारियों को 5000 रुपये की बजाय बेसिक वेतन दिया जाए. इसके साथ प्रशिक्षण अवधि एक वर्ष करते हुए पटवारियों के वेतन अंतर को भी खत्म किया जाए. 


सरकार को हाईकोर्ट में दी जाएगी चुनौती
वहीं पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए एस्मा को लेकर पटवारी यूनियन नेताओं का कहना है हाईकोर्ट में सरकार के एस्मा लागू करने के फैसले को चुनौती दी जाएगी. एक बार फिर से 3193 हलकों में पटवारी और कानूनगो शुक्रवार यानि आज से हड़ताल शुरू करेंगे. पटवारी यूनियन और कानूनगो यूनियन के नेताओं का कहना है कि वो किसी भी भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करते. नियमों के अनुसार पटवारियों के खिलाफ जांच की जा सकती है. यूनियन नेताओं ने रिक्त पदों पर भर्ती ना करने और उनपर काम का अतिरिक्त बोझ ड़ालने को भी सरकारी भ्रष्टाचार का रूप बताया है. वहीं उन्होंने प्रमोशन की अवधि 7 साल से घटाकर 5 साल करने की मांग की है.


सरकार ने ESMA लगाने की बताई थी ये वजह
पंजाब सरकार की तरफ से कहा गया था कि पटवारियों के हड़ताल पर जाने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के काम में बाधा आ सकती है. इसलिए उनपर एस्मा लगाया गया था.  


यह भी पढ़ें: Punjab Politics: पंचायतें भंग करने का फैसला वापस लेकर विपक्ष के निशाने पर आई AAP, वड़िंग बोले- ‘सरकार के मुंह पर लगा तमाचा’