Punjab News: पंजाब के सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल की ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजने के मुद्दे पर दोनों के बीच तकरार अब खुलकर नजर आ रही है. राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सरकार से ये पूछा था कि जो प्रिंसिपल विदेश भेंजे गए उनका चयन किस आधार पर हुआ था. तो सीएम माने ने पलटवार करते हुए उलटा उन्हीं से सवाल किया कि राज्यपालों का चयन किस आधार पर किया जाता है.


आखिर क्यों हुआ विवाद
पंजाब सरकार द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों के 36 प्रिंसिपलों को सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए भेजा था. सरकार का कहना था कि इससे बच्चों की शिक्षा का स्तर बेहतर होगा, क्वालिटी ट्रेनिंग से शिक्षकों के  पढ़ाने के कौशल को ऊंचा उठाया जा सकता है. इससे पंजाब के लाखों छात्रों का भविष्य चमकेगा.  6 फरवरी से 10 फरवरी तक सिंगापुर में प्रोफेशनल टीचर ट्रेनिंग सेमिनार में हिस्सा लेकर प्रिंसिपल वापस लौट चुके है. सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए प्रिसिंपलों के चयन को लेकर राज्यपाल बनबारी लाल पुरोहित ने सरकार से पूछा कि इन प्रिसिंपलों के चयन का आधार क्या है. इसके जवाब में सीएम मान ने राज्यपाल को पत्र लिखते हुए पूछा कि जो प्रिंसिपल के चयन का आधार आप पूछ रहे हैं वो राज्य से जुड़ा मामला है. आप ये बताए कि केंद्र राज्यपालों का चयन किस आधार पर करता है.


इन राज्यों के राज्यपाल और CM में भी रहा टकराव
जैसे पंजाब में सीएम भगवंत मान और राज्यपाल बनबारी लाल पुरोहित के बीच टकराव बढ़ गया है वैसे ही कई राज्य ऐसे जिनमें राज्यपाल और सीएम के बीच खींचतान चलती रहती है. छतीसगढ़ में आरक्षण बिल को सीएम भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुइया उइके के बीच भी  खींचतान की खबरें आई थी. राजभवन की ओर से 10 बिंदुओं पर सवाल पूछा गया था. वही अब अपने पद से इस्तीफा दे चुके महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और राज्य सरकार का विवाद भी सुर्खियों में रहा था. कोश्यारी ने एक बयान दिया था कि अगर गुजराती, राजस्थानी को निकाल दिया तो मुंबई में एक पैसा नहीं बचेगा इसको लेकर भी सरकार के निशाने पर आ गए थे. इसके अलावा कोश्यारी ने महात्मा फुले और सावित्रीबाई के बारे में भी विवादित बयान दिया था.


वर्तमान में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जब बंगाल के राज्यपाल थे तो हमेशा सीएम ममता बनर्जी और उनके बीच छतीस का आंकड़ा रहा था. सीएम ममता बनर्जी अक्सर उनपर केंद्र के आदेश थोपने का आरोप लगाती रही. वही दिल्ली के सीएम केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच तनातनी की खबरें तो किसी से छुपी नहीं है. चाहे वह मामला सीएम केजरीवाल का सिंगापुर के समिट में दिल्ली का विकास मॉडल प्रस्तुत करने की इजाजत से इंकार करने का हो. या फिर नई आबकारी नीति को एलजी द्वारा रिजेक्ट करने का हो. या फिर शिक्षकों को विदेश भेजने का मामला हो कई मामलों को लेकर अक्सर सीएम केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना टकराव की खबरें आती रहती है. 


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