Haryana News: हरियाणा के युवाओं को सरकार इजराइल में नौकरी करने के लिए भेज रही है. जिसको लेकर पिछले दिनों रोहतक के महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी कैंपस में इंटरव्यू भी हुए. जहां भारी संख्या में प्रदेश के बेरोजगारी युवा पहुंचे. इस्राइल और हमास के बीच छिड़े युद्ध के दौरान प्रदेश के युवाओं को वहां भेजने को लेकर विपक्ष लगातार खट्टर सरकार को घेर रहा है. इसी बीच हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा की भी प्रतिक्रिया आई है.
‘भूख से मरने से बेहतर है गोली खाकर मर जाएं’
कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि भूख से मरने से बेहतर है गोली खाकर मर जाएं. ये कहना है हमारे हरियाणा के युवाओं का जिन्हें रोजगार के नाम पर छला गया, जिन्हें नौकरी का सपना दिखाकर उनसे वोट मांगा गया, लेकिन इनकी उम्मीदों को क्या दिया आपने, जुमला? प्रदेश सरकार में बेरोजगारी का आलम बताता है कि यह सरकार रोजगार में पूरी तरह विफल रही है नहीं तो युवा इस ठंड में अपना घर-बार छोड़कर इज़राइल जाने की बात नहीं करते. हरियाणा सरकार की विफलता का सबसे बड़ा मानक यही है कि हमारे प्रदेश के युवा मजदूरी के लिए इजराइल जाने के लिए मजबूर हैं, हरियाणा की जनता मौजूदा सरकार को कभी माफ़ नहीं करेगी.
किरण चौधरी की भी आई प्रतिक्रिया
वहीं किरण चौधरी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि मर जाएंगे, गोली खाकर मर जाएंगे, कम से कम भूखे तो नहीं मरेंगे. कड़ाके की ठंड में इस्राइल जाने के लिए कतारों में लगे युवाओं के ये शब्द बता रहे हैं कि हरियाणा में बेरोजगारी का क्या आलम है. इस्राइल और हमास के बीच छिड़े युद्ध के कारण वहां किसी देश के लोग नहीं जाना चाहते, पर यहां के युवाओं को मज़दूर बनाकर भेजा जा रहा है. मैं पूछती हूं इन युवाओं की जान से खेलने का प्रदेश सरकार को क्या अधिकार है? इन युवाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? इस दुर्गति को ये युवा कभी नहीं भूलेंगे.