Waris Punjab De: ‘आंटे में तंबाकू गूंथकर खिलाना गलत’, जेल में अमृतपाल सिंह की भूख हड़ताल को लेकर बोले ज्ञानी हरप्रीत सिंह
अमृतपाल और उसके साथियों को जेल में फोन पर बात ना करने देने और खाने में तंबाकू दिए जाने का ज्ञानी हरप्रीत और शिरोमणि कमेटी ने विरोध जताया है. उन्होंने कहा जेल में सबके साथ समान व्यवहार होना चाहिए.
Punjab News: वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके साथी डिब्रूगढ़ जेल में भूख हड़ताल पर बैठे हैं. अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर ने उनके भूख हड़ताल पर बैठने का खुलासा किया है. किरणदीप कौर ने यह भी कहा कि उन्हें जेल के खाने में तंबाकू मिलाकर दिया जा रहा है. खाने में तंबाकू को लेकर तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने निंदा की है. उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए जेल में बंद गुरसिखों को दाल सब्जी में तंबाकू देना असहनीय है.
'आंटे में तंबाकू गूंथकर खिलाना गलत'
असम की डिब्रूगढ़ जेल में वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह समेत उसके 9 साथी कैद हैं. जिसको फोन पर बात ना करने दिए जाने और अच्छा खाना ना मिलने को लेकर अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर खुलासा किया था. इसको लेकर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मीडिया में छपी खबर के मुताबिक NSA के तहत जेल में बंद अमृतपाल सिंह और अन्य युवाओं को आंटे में तंबाकू गूंथकर खिलाना दर्दनाक और असहनीय है. उन्होंने कहा कि असम जेल प्रशासन को सिख कैदियों के साथ भेदभाव बंद करना चाहिए और उन्हें आम कैदियों की तरह फोन की सुविधा दी जानी चाहिए. सभी सिखों के परिवारों और वकीलों को बार-बार डिब्रूगढ़ की यात्रा करनी पड़ती है. वहीं भाषा की कठिनाई को दूर करने के लिए जेल प्रशासन को एक अनुवादक की जरूरत है.
शिरोमणि कमेटी ने भी जताया विरोध
तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के कानूनी सदस्य और वकील भगवंत सिंह सियालका जेल प्रशासन के संपर्क में हैं और इस संबंध में सभी समस्याओं का जल्द समाधान करने की सिफारिश की जा रही है. वहीं शिरोमणि कमेटी ने भी इसका विरोध किया है. उन्होंने कहा कि जेल में किया जा रहा मानवाधिकार का उल्लंघन और जेल में बंद गुरसिखों को दाल सब्जी में तम्बाकू देना बहुत बड़ा अपराध है.
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