Jhajjar Paper Leak: हरियाणा बोर्ड दसवीं कक्षा पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई, परीक्षार्थी बालकदेव सहित दो के खिलाफ FIR
Jhajjar Paper Leak News: डीएसपी शमशेर सिंह के मुताबिक जांच टीम उस व्यक्ति को पकड़ने में सफल रही, जिसने तस्वीरें क्लिक की थीं. झज्जर पुसिल ने आईपीसी की धारा 188 और 417 के तहत एफआईआर दर्ज की है.
Jhajjar News: हरियाणा बोर्ड दसवीं 10वीं कक्षा के अंग्रेजी पेपर लीक मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में एक परीक्षा बालकदेव और एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इस मामले में डीएसपी शमशेर सिंह का कहना है, "झज्जर के बाल विद्या स्कूल में परीक्षा पत्रों की तस्वीरें खींची गईं और उसे लीक कर दिया गया. अगर कोई परीक्षा पत्रों की तस्वीरें लेता है, तो कंट्रोल रूम में खुद ब खुद जानकारी मिल जाती है."
यही वजह है कि जांच टीम उस व्यक्ति को पकड़ने में सफल रही, जिसने वास्तव में तस्वीरें क्लिक की थीं. पुसिल ने आईपीसी की धारा 188 और 417 के तहत एफआईआर दर्ज की है. फिलहाल पेपर लीक मामले की जांच जारी है. आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.
#WATCH | Jhajjar, Haryana: On FIR registered against 10th grade English paper leak, DSP Shamsher Singh says, "In Bal Vidya School of Jhajjar, photos of exam papers were clicked. If anyone captures the images of exam papers then in the control room we get the information. Through… pic.twitter.com/gSbpHsBnAT
— ANI (@ANI) March 8, 2024
केंद्र अधीक्षकों पर गिरी गाज
इससे पहले सात मार्च को भी हरियाणा के नूंह, पिनगवा, झज्जर और सोनीपत के छतेरा सेंटरों से पेपर लीक घटना सामने आई थी. अंग्रेजी पेपर की परीक्षा में चार केंद्रों में पेपर आउट होने की सूचना है. बोर्ड ने चारों केंद्रों के अंदर हुई अंग्रेजी विषय की परीक्षा रद्द करने की घोषणा की है. इस मामले में केंद्र अधीक्षकों सहित संबंधित स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए तत्काल प्रभाव से रिलीव कर दिया गया है.अब इन केंद्रों पर डीईओ नया स्टाफ तैनात करेंगे.
नकल के 33 मामले दर्ज
चार केंद्रों पर पेपर लीक को लेकर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. वीपी यादव ने कहा था कि उनके उड़नदस्ते ने नूंह के परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया था. उड़नदस्ते ने नकल के 33 मामले दर्ज किए थे. परीक्षा केंद्र फिरोजपुर पर कुछ युवकों को पकड़ा गया था, जिनके कब्जे से मिले मोबाइल फोन में अंग्रेजी के प्रश्र-पत्र का फोटो मिला था. अभी इस मामले में बोर्ड की ओर से इस बात की भी जांच की जा रही है कि ऐसी लापरवाही की घटना कैसे घटित हुई.