Haryana News: हरियाणा में जींद जिले के भम्भेवा गांव में एक गाने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से जाति सूचक गाना बजाने का विरोध करने पर कुछ लोगों ने हमला किया, जिसमें दूसरे पक्ष के तीन लोग घायल हो गए. पिल्लूखेड़ा थाने की पुलिस ने घायलों की शिकायत पर तीन लोगों को नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
गाना बंद नहीं किया था किया हमला
पिल्लूखेड़ा थाने के जांच अधिकारी अनूप सिंह ने बताया कि गांव के जयप्रकाश नामक एक व्यक्ति ने शिकायत की कि उनके पडोसी पुनीत के घर में कार्यक्रम में डीजे पर जाति विशेष को लेकर गाना बजाया जा रहा था और जब उसके भतीजे आशीष ने आपत्ति जताई एवं गाना बंद करने के लिए कहा तब पुनीत एवं उसके साथियों ने उन लोगों पर हमला किया. अनूप सिंह के अनुसार इस हमले में जयप्रकाश, उसके भतीजे आशीष तथा भाई रणबीर को चोटें आई. उनके मुताबिक पुलिस ने जयप्रकाश की शिकायत पर पुनीत, संजय, रवींद्र को नामजद कर और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
‘जातिसूचक टिप्पणी पर भी कार्रवाई की मांग’
वहीं जातिसूचक टिप्पणी से जुड़ा ही एक मामला बीते रविवार 14 जनवरी को भी सामने आया था. संत रामभद्राचार्य की ओर से श्रीराम कथा के दौरान जाति विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में नारनौल में विभिन्न संगठनों ने बैठक की. इसमें रोष जताते हुए संत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. इस दौरान बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो लगातार वायरल हो रहा है. जिसमें श्रीराम कथा के दौरान संत रामभद्राचार्य द्वारा एक विशेष जाति पर टिप्पणी कर रहे है. जबकि संत का काम समाज को जोड़ना होता है ना की तोड़ना.