Haryana: दुष्यंत चौटाला ने अग्निवीरों को लेकर की बड़ी मांग, 'अलग से निर्धारित हो कोटा'
Haryana News: दुष्यंत चौटाला ने अग्निवीरों के लिए राज्य पुलिस और पैरामिल्ट्री फोर्स में कोटा निर्धारित करने की मांग की है. इससे पहले दीपेंद्र सिंह हुड्डा योजना वापस लेने की मांग कर चुके हैं.
Haryana Latest: अग्निवीर योजना को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र की बीजेपी सरकार को घेर रहा है. हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी अग्निवीर योजना को लेकर सवाल खड़े किए हैं और उनके लिए अलग से कोटा निर्धारित करने की मांग की है. चौटाला ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि राज्य पुलिस और पैरामिल्ट्री फोर्स में अग्निवीरों का कोटा निर्धारित किया जाना चाहिए. सरकार को अग्निवीरों की उच्च शिक्षा का खर्च भी वहन करना चाहिए जिससे उनके भविष्य को और अधिक सुरक्षित किया जा सके. इसके साथ ही चौटाला ने प्राइवेट सेक्टरों में भी अग्निवीरों के लिए नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी उठा चुके हैं अग्निवीर योजना वापस लेने की मांग
बता दें कि रोहतक से लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी अग्निवीर योजना वापस लेने की मांग उठाते रहे हैं. कुछ दिन पहले लोकसभा के सत्र के दौरान हुड्डा ने कहा था कि ‘नो रैंक नो पेंशन’ वाली अग्निपथ योजना की मांग न तो देश की फौज ने की, न नौजवानों ने की, न ही ये भाजपा के घोषणा पत्र में थी. फिर अग्निवीर योजना क्यों लागू की गई.
पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे ने भी कहा कि अग्निपथ योजना ने तीनों सेनाओं को चौंका दिया. वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी अग्निवीर योजना को लेकर लोकसभा में कहा था कि केंद्र की बीजेपी सरकार देश के लिए अपनी जान देने वाले अग्निवीरों को शहीद नहीं मानती. कांग्रेस की सरकार आएगी तो अग्निवीर योजना को बंद करेंगे क्योंकि ये योजना सेना, सैनिक और देशभक्तों के खिलाफ है.
अग्निवीर योजना क्या है?
14 जून 2022 को बीजेपी की केंद्र सरकार ने भारतीय सेना के लिए अग्निपथ योजना शुरू की है. इसके अनुसार, अग्निवीरों की नियुक्ति चार साल तक करने का प्रावधान है. इस योजना के तहत 17.5 से 21 वर्ष की उम्र वाले आवेदन कर सकते हैं. इन अग्निवीरों को भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना में भर्ती किया जाता है.
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