(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा नहीं जा पाए नवजोत सिंह सिद्धू, इतने दिन तक करना होगा इंतजार
Punjab News: नवजोत सिंह सिद्धू आज करतारपुर साहिब गुरुद्वारा नहीं जा पाए. नवजोत सिंह सिद्धू को गुरु पर्व के बाद ही करतारपुर गुरुद्वारा जाने का मौका मिलेगा.
Punjab News: केंद्र सरकार की ओर से गुरु पर्व के मौके पर करतारपुर कॉरिडोर ( Kartarpur Corridor) को खोलने का फैसला लिया गया है. कॉरिडोर खोलते हुए राजनीतिक पार्टियों की ओर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पहुंचने की होड़ लग गई है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शन करने के लिए हालांकि 20 नवंबर तक का इंतजार करना होगा.
दरअसल, कांग्रेस ने 50 लोगों की सूची केंद्र को भेजी थी जिसे तीन हिस्सों में बांटकर करतारपुर साहिब जाने की इजाज़त दी गई है. आज चन्नी के साथ दो कैबिनेट मंत्री मनप्रीत बादल और विजयइंद्र सिंगला के अलावा कुछ विधायक पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा माथा टेकने जाएंगे. इसी वजह से नवजोत सिद्धू का नंबर करतारपुर साहिब जाने के लिए 20 नवंबर को है.
नेताओं के बीच लगी होड़
पंजाब में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिखों के लिए सबसे बड़ा आस्था का सिंबल है. इसलिए राजनीतिक पार्टियां इस मौके को भुनाने में पीछे नहीं रहना चाहती हैं. कांग्रेस के अलावा बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेता भी जल्द से जल्द करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पहुंचकर अपनी हाजिरी दर्ज करवाना चाहते हैं.
गुरु पर्व से पहले पंजाब के लगभग हर सियासी नेता की जुबान पर करतारपुर कॉरिडोर का ही जिक्र था. सीएम चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह पीएम मोदी से कॉरिडोर खुलवाने की मांग कर रहे थे. बीजेपी के नेताओं ने तो करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह से दिल्ली जाकर मुलाकात की.
बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर को बनवाने में नवजोत सिंह सिद्धू का अहम योगदान रहा है. इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर का मुद्दा उठाया था.
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