Kartarpur Corridor: आज से खुला करतारपुर गलियारा, श्रद्धालुओं के लिए इन शर्तों को करना होगा पूरा
Kartarpur Corridor Reopen:आज से करतारपुर गलियारा सिख समुदाय के श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. ध्यान दें कि यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को कोविड-19 गाइडलाइन्स का पालन अनिवार्य किया गया है.
![Kartarpur Corridor: आज से खुला करतारपुर गलियारा, श्रद्धालुओं के लिए इन शर्तों को करना होगा पूरा Kartarpur Corridor open from today, these conditions have to be fulfilled for travel Kartarpur Corridor: आज से खुला करतारपुर गलियारा, श्रद्धालुओं के लिए इन शर्तों को करना होगा पूरा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/03/16/080d4fb44f0a40f6e17d98d8b9104631_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Kartarpur Corridor Reopen: केंद्र सरकार ने गुरु नानक देव की जयंती (19 नवंबर) गुरू पर्व से पहले सिख श्रद्धालुओं को तोहफा दिया है. मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि बुधवार से करतारपुर साहिब गलियारा फिर से खोल दिया जाएगा. जिसके बाद आज पहला जत्था गुरुद्वारे के दर्शन करेगा. नवंबर 2019 में खुला करतारपुर कॉरिडोर महामारी के कारण मार्च 2020 से बंद था.
अमित शाह ने ट्वीट कर की थी घोषणा
गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी घोषणा करते हुए ट्वीट किया था कि, “ पाकिस्तान के नरोवाल में करतारपुर साहिब की ओर जाने वाले गलियारे के माध्यम से भक्तों की आवाजाही फिर से शुरू करने का निर्णय "श्री गुरु नानक देव-जी और हमारे सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है",गृह मंत्री ने ये भी कहा कि राष्ट्र 19 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है और उन्हें विश्वास है कि यह कदम देश भर में खुशी और उत्साह को और बढ़ाएगा. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया और कहा कि राज्य मंत्रिमंडल उस जत्थे का हिस्सा होगा जो 18 नवंबर को पाकिस्तान में गुरुद्वारे का दौरा करेगा.
कोरोना को देखते हुए करतारपुर गलियारा की यात्रा के लिए कई शर्तें पूरी करनी होंगी.
- सभी श्रद्धालुओं का टेम्परेचर चेक किया जाएगा.
- मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य की गई है.
- पाकिस्तान में लागू कोविड गाइडलाइंस करतारपुर में भी लागू होगी.
- गुरुद्वारे परिसर में सैनिटाइजेशन टनल लगाई गई है.
- गुरुद्वारे पर आरटी-पीसीआर करना ज़रूरी नहीं है.
- लक्षण वाले यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा
बता दें कि 4.5 किमी लंबा गलियारा पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक मंदिर को अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 4 किमी दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एक छोटे से शहर दरबार साहिब करतारपुर से जोड़ता है. यह वह स्थान है जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे.
ये भी पढ़ें
Delhi News: दिल्ली पुलिस ने किया ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पांच सदस्य गिरफ्तार
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)