Punjab News: लवप्रीत तूफान के जेल से बाहर आने के बाद वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह का बयान भी सामने आया है. खालिस्तान को लेकर बोलते हुए अमृतपाल सिंह ने कहा कि उनका उद्देश्य बुराई या वर्जित के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. बल्कि इसे बौद्धिक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए. इससे भू-राजनीतिक लाभ क्या हो सकते हैं और इसके सिखों के लिए क्या लाभ हैं. अमृतपाल सिंह ने कहा कि यह एक विचारधारा है और विचारधारा कभी मरती नहीं है. हम दिल्ली से नहीं मांग रहे हैं.



बीजेपी और पाकिस्तान के समर्थन पर भी बोले अमृतपाल
वही बीजेपी और पाकिस्तान से समर्थन को लेकर उठ रही बातों को लेकर भी अमृतपाल सिंह ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कुछ लोग कहते है बीजेपी मुझे समर्थन करती है तो कुछ कहते है कि पाकिस्तान से मुझे समर्थन मिल रहा है. तो मैं आपको बता दूं कि मुझे सिर्फ गुरु साहिबों का समर्थन मिला है. अमृतपाल सिंह ने कहा कि वो किसी राजनीति में शामिल नहीं है.


अमृतपाल समर्थकों और पुलिस में हुई थी झड़प
खालिस्तान को लेकर वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह का बयान उस समय आया है जब दो दिन पहले ही अमृतसर के अजनाला में पुलिस और उसके समर्थकों के बीच झड़प हुई है. बीते गुरुवार को ही अमृतपाल सिंह ने अपने साथी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी के विरोध में पुलिस स्टेशन के बाहर तलवारें लहराई. इस घटना में 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. वही आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लेकर भी बयान दिया था कि शाह द्वारा कहा गया था कि वो खालिस्तान आंदोलन को आगे बढ़ने नहीं देंगे. जिसको लेकर अमृतपाल सिंह ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने भी ऐसी गलती की थी और आप भी वही गलती करेंगे तो आपको खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. 


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