Haryana News: हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने  प्रदेश के 7 जिलों के किसानों की फसलों का बीमा करने का फैसला करने पर खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि फसल बीमा करने वाली जिन कंपनियों की सरकार पैरवी कर रही थी, उन्‍होंने हाथ खड़े कर दिए. बीमा कंपनी ने फसल बीमा करने से इनकार कर प्रीमियम लौटाने की बात कही तो इज्‍जत बचाने के लिए अब सरकार घुटनों पर आ गई। मजबूरी में खुद बीमा करने की घोषणा करनी पड़ी. 


‘बीमा योजना कागजों में कुछ और है हकीकत में कुछ और”
किरण चौधरी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि प्रदेश में सात जिलों के किसानों के साथ किया गया यह मजाक मेरी ओर से विधानसभा में उठाए इस सवाल पर मुहर है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कागजों में कुछ और है हकीकत में कुछ और.



‘सरकार की मदद से लूटती रही बीमा कंपनी’
वहीं हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और छतीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा ने भी सरकार पर सवाल खड़े किए है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि फ़सल बीमा को लेकर दुविधा में किसान, सरकार की मदद से लूटती रही बीमा कंपनी खुलेआम. हरियाणा के 7 जिलों में बीमा कंपनी ने फ़सल बीमा करने से इंकार कर दिया है जिसके बाद किसान परेशान हैं और खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं.  


‘धोखा देने वाली बीमा कंपनियों पर कार्रवाई हो’
क्योंकि सालों से ये कंपनी फ़सल बीमा के नाम पर किसानों को लूट रही थी जिसमें लगभग 55 हजार करोड़ की ठगी की गई और अब बीमा करने में खुद को असमर्थ बताकर बीमा करने से ही मना कर रही है. ऐसे में खट्टर सरकार न तो किसानों की कोई सहायता कर रही है और न ही किसानों को मुआवजा दिलवाने के लिए कोई आवश्यक कदम उठा रही है. किसानों को अपने हक़ के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. यह सब मिलीभगत का परिणाम है. धोखा देने वाली बीमा कंपनियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. 


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