Kiran Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी बीजेपी में शामिल, हरियाणा कांग्रेस के लिए कितना बड़ा झटका?
Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: भिवानी के तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति बुधवार को दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं. हरियाणा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joined BJP: हरियाणा में कांग्रेस को झटका देते हुए वरिष्ठ नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गईं. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, बीजेपी महासचिव तरुण चुग और सुरेंद्र नागर ने किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मौजूद थे.
बीजेपी में शामिल होने के बाद किरण चौधरी ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर पोस्ट किया, "नई शुरुआत, एक नया प्रभात. आज सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना के लिए उन्नत क्षेत्र और प्रदेश के उद्देश्य से अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. हमारा वचन है कि चौ. बंसीलाल के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हरियाणा और क्षेत्रवासियों के हित में सदैव समर्पित रहेंगे."
नई शुरुआत
— Kiran Choudhry (@officekiran) June 19, 2024
एक नया प्रभात
आज सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना हेतु उन्नत क्षेत्र व प्रदेश के उद्देश्य से अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
हमारा वचन है कि चौ.बंसीलाल जी के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हरियाणा… pic.twitter.com/jLoiu9FLEZ
किरण चौधरी-श्रुति चौधरी ने मंगलवार को दिया था इस्तीफा
किरण चौधरी और श्रुति चौधरी, दोनों ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे अपने अलग-अलग त्यागपत्र में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि पार्टी की प्रदेश इकाई को ‘निजी जागीर’ के रूप में चलाया जा रहा है. जबकि श्रुति चौधरी ने हुड्डा का स्पष्ट संदर्भ देते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश इकाई एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिसने अपने ‘स्वार्थ’ और ‘तुच्छ हितों’ के लिए पार्टी के हितों से समझौता कर लिया.
श्रुति चौधरी कांग्रेस की हरियाणा इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष थीं. वहीं भिवानी जिले के तोशाम से किरण चौधरी विधायक हैं. उनके बीजेपी में शामिल होने से हरियाणा में पार्टी को और मजबूती मिलने की संभावना है, जहां चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं. हरियाणा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव से कुछ महीने पहले दोनों का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए बड़ा झटका है.
हरियाणा के किन क्षेत्रों में है किरण चौधरी का प्रभाव?
बता दें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. किरण चौधरी पांच बार की विधायक हैं. उनके दिवंगत पति सुरेंद्र सिंह हरियाणा के कृषि मंत्री रहे थे. चौधरी बंसीलाल को हरियाणा का निर्माता कहा जाता है और उनका खासा प्रभाव हरियाणा में है. उनकी काफी प्रभाव भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में है. इसके अलावा अच्छा-खासा वोट बैंक हरियाणा में है. किरण चौधरी के बीजेपी में जाने से भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा के नौ विधानसभा क्षेत्रों पार्टी में बड़ी मजबूती मिलेगी. वहीं हिसार-फतेहाबाद में भी फायदा होगा.
किरण चौधरी जाट नेता हैं. इसके जरिए बीजेपी हरियाणा में जाट वोटरों को साधने की जुगत में है. माना जाता है कि बीजेपी से जाट वोटर खिसका है. राज्यसभा चुनाव में अजय माकन की हार का जिम्मेदार कांग्रेस के हुड्डा खेमे ने किरण चौधरी को ठहराया था.