Punjab News: पंजाब के कोटकापुरा में 2015 में हुई पुलिस गोलीबारी की घटना की जांच कर रहे पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने शुक्रवार को फरीदकोट की एक अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया जिसमें राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के नाम भी हैं. पंजाब के आवास और शहरी विकास मंत्री अमन अरोड़ा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि एसआईटी ने फरीदकोट अदालत में 7,000 पन्नों का चालान दाखिल किया है जिसमें उस समय के आरोपियों के नाम हैं.
SIT ने कोर्ट में पेश किया चालान
मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि एसआईटी द्वारा पेश किए गए चालान में उन लोगों के नाम हैं जिन्होंने गोली चलाई या जिन्होंने इसके लिए निर्देश दिया. उनके राजनीतिक आकाओं के नाम भी इसमें हैं. उन्होंने कहा चालान में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर बादल और तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी का नाम भी शामिल हैं.
यह था पूरा मामला
फरीदकोट के बरगाड़ी में 12 अक्तूबर, 2015 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटना हुई थी. जिसके विरोध में सिख संगठनों ने कोटकपूरा और बहिबलकलां में प्रदर्शन किया. 14 अक्तूबर को कोटकपूरा और बहिबलकलां में चल रहे प्रदर्शन को पुलिस ने बल प्रयोग कर खत्म करवाया. पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में बहिबलकलां में दो प्रदर्शनकारी सिख युवकों की मौत हो गई और करीब 100 प्रदर्शनकारी घायल भी हुए.
पहले भी हुई है बादल से पूछताछ
कोटकापुरा में 2015 में हुई पुलिस गोलीबारी की घटना को लेकर पंजाब पुलिस की एसआईटी टीम पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल से पूछताछ कर चुकी है. गोलीबारी का शिकार हुए लोगों के परिजन और सिख संगठन लगातार मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे है. उनका कहना है कि इस घटना के लिए बादल परिवार जिम्मेदारी था, उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
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