हरियाणा में कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव के साथ आगामी चुनाव के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. इस चुनाव से पहले कांग्रेस ने हरियाणा की कमान उदय भान को दी गई है, जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेहद करीबी हैं. कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष उदय भान समेत तीन कार्यकारी प्रदेश अध्यक्षों ने बुधवार को कार्यभार संभाला. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष के इस पदभार ग्रहण समारोह में फिर से कांग्रेस की आंतरिक कलह देखने को मिली, क्योंकि इस समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला, विधायक कुलदीप बिश्नोई और ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय यादव सरीखे नहीं दिखाई दिए.


इसके साथ ही हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा भी दिन में आकर लौट गईं. इन नेताओं के कार्यक्रम में न आने पर पार्टी प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि कुमारी शैलजा ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में लंबे समय तक इंतजार किया, लेकिन समारोह में देरी होने के कारण वह चली गईं क्योंकि उन्हें एक फ्लाइट से कहीं जाना था. इसके साथ ही 


सुरजेवाला के बारे में बंसल ने कहा कि वह पार्टी की आगामी चिंतन शिविर की तैयारियों में व्यस्त थे और अजय यादव की कुछ पूर्व-निर्धारित व्यस्तताएं थीं. वहीं जब बिश्नोई के बारे में उन्होंने कहा कि वह किन्हीं कारणों से नहीं आ सके.


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इस समारोह में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आप हरियाणा में ज्यादा पैर जमाने में सक्षम नहीं होगी यहां की जनता के लिए कांग्रेस एकमात्र विकल्प रहेगी. इसके साथ कांग्रेस नेताओं की नाराजगी पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आप लोग हमसे अंदरूनी कलह, इस और उस गुट आदि पर सवाल पूछते हैं. हालांकि कांग्रेस में कोई अंदरूनी कलह नहीं है. हम सभी एक टीम हैं और अपने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हम एक मजबूत कांग्रेस हैं और जल्द ही राज्य में इस बीजेपी और जेजेपी की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे.